बोले बोकारो: लाइफ सर्टिफिकेट के लिए बुजुर्गों को बैंक जाने की खत्म हो बाध्यता
बोकारो में बुजुर्गों को जीवन प्रमाण पत्र के लिए बैंक जाने में कठिनाई होती है। चिकित्सा सुविधाओं की कमी और रेलवे लाभों का बंद होना भी चिंता का विषय है। बुजुर्गों ने बेहतर अस्पतालों की मांग की है और...
हम बुजुर्गों के लिए सबसे अधिक परेशानी लाइफ सर्टिफिकेट (जीवन प्रमाण पत्र) के लिए बैंक जाना है। दिन पर दिन हमारी उम्र बढ़ती जा रही है। बैंक जाने के लिए कइयों से मदद मांगनी पड़ती है। जैसे-तैसे बैंक पहुंचते है। अगर बैंक जाने की बाध्यता खत्म होती है तो हमारे लिए बहुत ही राहत होगी। उक्त बातें आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान की ओर से बोले बोकारो के संवाद के दौरान बोकारो शहर में रिटायर्ड कर्मियों ने कहा। उन्होंने कहा कि बेहतर चिकित्सा सुविधा की कमी खल रही है। रेलवे में बुजुर्गों को सीनियर सिटीजन के नाम पर मिलने वाला लाभ भी बंद कर दिया गया। बोकारो में सिटी बस सर्विस की सुविधा आज तक बहाल नहीं हुई। बोकारो के बुजुर्गों का कहना है कि बढ़ती उम्र के कारण शरीर की गतिविधियां कम होने लगती है। कई तरह की बीमारियां शरीर में घर करने लगती है। ऐसे में सरकार ने पेंशन धारियों के लिए बैंक में लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने का ऑनलाइन प्रावधान किया है। जबकि कई बैंक भौतिक के लिए दबाव बनाता है। इससे इस उम्र में बुजुर्गों को काफी परेशानी होती है। खासकर जो चलने फिरने में असमर्थ है। बुजुर्ग उपभोक्ताओं को लेकर बैंक को अपनी इस व्यवस्था में राहत देनी चाहिए। सरकार को इस पर और अधिक सक्रियता दिखाने की जरूरत है। इसके अलावा बुजुर्गों के लिए हर सेक्टर में मनोरंजन केंद्र की स्थापना होती चाहिए। मनोरंजन केंद्र में बीपी, शुगर आदि जांच की व्यवस्था के साथ पुस्तक व अन्य तरह के खेल सामग्री की व्यवस्था होनी चाहिए।
बोकारो में बीएसएल, राज्य व केंद्र सरकार ने उपलब्ध नहीं कराया बेहतर अस्पताल : बुजुर्गों ने बताया कि बोकारो स्टील सिटी है। एशिया का एक विशाल प्लांट है। लेकिन, यहां बेहतर चिकित्सा सुविधा की भारी कमी है। बोकारो में विशेषज्ञ डॉक्टरों का अभाव है। जांच उपकरण भी नहीं है या है तो इस उपकरण को संचालित करने वाले टेक्नीशियन की कमी है। बोकारो के लोगों को कई तरह की जांच व विशेषज्ञ डॉक्टरों के लिए दूसरे जिला व राज्य पर निर्भर रहना पड़ता है। राज्य सरकार को चाहिए की रिम्स के तर्ज पर एक बड़ा अस्पताल बनवाये। अथवा केंद्र सरकार एम्स जैसी सुविधाओं वाला अस्पताल का निर्माण करें। वहीं, बीजीएच अस्पताल को बेहतर डॉक्टर व सभी तरह की जांच मशीन से सुसज्जित करने की आवश्यकता है। कई बुजुर्ग जो पेंशन के हकदार नहीं है या बहुत ही सीमित पेंशन मिलता है। उनके लिए बैंक द्वारा उपलब्ध प्राइवेट मेडिक्लेम महंगा साबित होता है।
रेलवे में बंद हुआ बुजुर्गों को मिलने वाला लाभ, सिटी बस सेवा रह गया सपना: बुजुर्गों ने बताया कि रेलवे द्वारा एक समय सीनियर सिटीजन के नाम पर टिकट में रियायत मिलती थी। लोवर बर्थ भी उपलब्ध कराया जाता था, जो विगत कुछ वर्ष पूर्व बंद करा दिया गया। इसे पुन: प्रारंभ कराने की आवश्यकता है। वहीं, बोकारो में सिटी बस सेवा उपलब्ध नहीं होने का भी इन बुजुर्गों को मलाल है। उन्होंने कहा कि कई बार इस सेवा के शुरू होने की चर्चा सुनने व पढ़ने को मिला। लेकिन, यह सपना पूरा नहीं हो सका। इससे आम जनता को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। इसके अलावा सेक्टर के क्वार्टरों का सिवरेज सिस्टम जर्जर अवस्था में है। इसकी समय पर मरम्मती नहीं पाती है। इस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। कई स्ट्रीट में सड़को का बुरा हाल है। बिजली व्यवस्था सहित अन्य में भी सुधार करने की जरूरत है। लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं है। इससे ढलती उम्र में ठोकर खाकर गिरने का डर बना रहता है। सरकारी बस पड़ाव की व्यवस्था भी समाप्ति की ओर है। इसके बेहतर बना कर लोगों को लाभान्वित करने की जरूरत है।
विश्वविद्यालय नहीं होने का मलाल: बुजुर्गों ने बताया कि बोकारो को शैक्षणिक राजधानी का दर्जा प्राप्त है, इसके बावजूद भी यहां आज तक स्नाकोत्तर की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं की जा सकी। विश्वविद्यालय के लिए सारी अर्हताएं पूरी करने के बाद भी बोकारो में विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी। यह दु:ख का विषय हैं। बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर भेजना पड़ता है। जो महंगा साबित होता है। उन्होंने बताया कि शिक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि प्राइवेट स्कूल मनमानी करती है। प्राइवेट स्कूलों में एनसीआरटी पुस्तक के स्थान पर रिफरेंस बुक को महत्व दिया जा रहा है। इससे शैक्षणिक राजधानी ह्रास हो रहा है। स्कूल को चाहिए कि रिफरेंस बुक अपने पुस्तकालय में रखे। जहां से स्कूली बच्चों को पढ़ने के लिए उपलब्ध कराया जाय। इसके साथ हीं स्कूल में रेगुलर शिक्षा के लिए एनसीआरटी सिलेबस लागू हो।
सुझाव
1. केंद्र व राज्य सरकार को बोकारो में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के तहत रिम्स व एम्स के तर्ज पर अस्पताल निर्माण कराना चाहिए।
2. बोकारो के हर सेक्टर में बुजुर्गों के लिए मनोरंजन की व्यवस्था होनी चाहिए।
3. अन्य शहरों की भांति बोकारो में भी सिटी बस सेवा की सुविधा बहाल होनी चाहिए।
4. सरकार को चाहिए कि बुजुर्गों की स्थिति को देखते हुए, यह सुविधा पुन: बहाल की जाय।
5. सेक्टर की जर्जर सड़क, स्ट्रीट लाईट व सिवरेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाय।
शिकायतें
1. बोकारो में बेहतर चिकित्सा व्यवस्था और विशेषज्ञ डॉक्टरों की काफी कमी है।
2. बुजुर्गों के लिए मनोरंजन की व्यवस्था नहीं है, जबकि बोकारो में बुजुर्गों की संख्या बढ़ती जा रही है।
3. सिटी बस सेवा की व्यवस्था नहीं होना बहुत खलता है।
4. रेलवे में सीनियर सिटीजनशिप के नाम पर मिलने वाले लाभ से वंचित कर दिया।
5. सेक्टर की जर्जर सड़क, स्ट्रीट लाईट व सिवरेज सिस्टम दुरूस्त नहीं।
बुजुर्गों की सुविधा को लेकर झारखंड सरकार कृतसंकल्प है। जो भी सेवा के क्षेत्र में करने होंगे किए जाएंगे।
श्वेता सिंह(विधायक,बोकारो )
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