बोकारो : पिता ने पढ़ने के लिए कहा तो बेटे ने लगा ली फांसी
लॉकडाउन में बेंगलुरू से लौटे पिता ने जब पुत्र को पढ़ने के लिए बोला तो उसने गुस्से में आकर फांसी लगाकर जान दे दी। घटना पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के पिंड्राजोरा गांव में मंगलवार सुबह घटी। पढ़ाई को...
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लॉकडाउन में बेंगलुरू से लौटे पिता ने जब पुत्र को पढ़ने के लिए बोला तो उसने गुस्से में आकर फांसी लगाकर जान दे दी।
घटना पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के पिंड्राजोरा गांव में मंगलवार सुबह घटी। पढ़ाई को लेकर पिता मधुसुदन गोप के फटकार पर 14 वर्षीय पुत्र साधन गोप घर से आधा किलोमीटर की दूरी पर खेत से सटे नीम के पेड़ में गच्छा बांधकर फंदे से झूल गया। जबतक उसे नीचे उतारा जाता, तबतक सांसें उखड़ चुकी थीं। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद बालक के माता-पिता व बहन की स्थिति नाजुक बनी हुई है। इधर, सूचना पर आई पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पिता के फर्द बयान के आधार पर यूडी केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
इकलौता पुत्र था : पिंड्राजोरा के इंग्लिश मीडियम आदर्श शिक्षा निकेतन विद्यालय में 5वीं कक्षा की पढ़ाई करने वाला साधन माता-पिता का इकलौता बेटा था। घटना के बाद छोटी बहन पायल की हालत सबसे ज्यादा गम्भीर है।
अभी तो वापस लौटा है मजदूर पिता : पिंड्राजोरा का मधुसूदन घर परिवार से दूर प्रदेश में रहकर मजदूरी कर रहा था। पत्नी और दो बच्चों को बेहतर परवरिश देने के लिए बेंगलुरु में मजदूरी करता था। मजदूरी के सहारे पुत्र एवं पुत्री को इंग्लिश मीडियम स्कूल में दाखिला दिलाकर बेहतर शिक्षा देने का प्रयास कर रहा था। गरीबी का दंश झेल रहा मधुसुदन नहीं चाहता था कि उसका बेटा भी मजदूर बने। वह अभी कुछ दिन पहले की लॉकडाउन के बीच किसी प्रकार बेंगलुरु से वापस लौट था। उसने पुत्र को इतना ही कहा था कि खेल के बजाय पढ़ाई पर थोड़ा ध्यान लगाए। पर पुत्र पर क्रिकेट का जुनून सवार था।
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