71 दिन बाद बोकारो पहुंची जनशताब्दी एक्सप्रेस, जाने कैसा रहा माहौल
कोरोना संक्रमण के दौरान बदले नियमों के साथ रेल का सफर एक बार फिर शुरू हो गया है। बोकारो में करीब जनता कफ्र्यू के बाद 72वें दिन जनशताब्दी एक्सपे्रेस स्टेशन पहुंची। नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस...
कोरोना संक्रमण के दौरान बदले नियमों के साथ रेल का सफर एक बार फिर शुरू हो गया है। बोकारो में करीब जनता कफ्र्यू के बाद 72वें दिन जनशताब्दी एक्सपे्रेस स्टेशन पहुंची।
नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस के बाद दूसरी ट्रेन सुबह 11.34 बजे पटना-रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस बोकारो पहुंची। पूरे 71 दिन के बाद आम यात्रियों के लिए इसे खोला गया। सुबह पहुंचने वाली ट्रेन से 65 यात्री उतरे जो लॉकडाउन के दौरान पटना व आसपास के क्षेत्रों मे फंसे हुए थे। बोकारो पहुंचते ही लोगों के चेहरे पर घर लौटने की खुशी देखी गई। रेलवे स्टेशन पर सभी यात्री सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खड़े हुए। उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। हालांकि स्टेशन से बाहर निकलने पर कुछ यात्रियों को सवारी के लिए परेशानी भी उठानी पड़ी। चास के विकास कुमार ने बताया कि ट्रेन के परिचालन किए जाने के साथ ही ऑटो भी चलने चाहिए थे, ताकि यात्रियों को सुविधा मिल सके।
स्टेशनों पर किए गए इंतजाम : बोकारो रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को स्टेशन से बाहर जाते समय सघन जांच से गुजरना पड़ा। ट्रेन के परिचालन होने पर स्टेशन परिसर में रेलवे की ओर से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर खास तैयारी की गई थी। एक ओर जहां स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ बारी-बारी से बाहर निकाला गया। इससे पहले स्टेशन पर उतरने वाले सभी लोगों से उनके नाम व पते लिए गए। जिसके बाद सभी यात्रियों के हाथों पर मुहर भी लगाई गई। शाम को हटिया पटना जन शताब्दी एक्सप्रेस में चढ़ने वाले यात्रियों की भी जांच से गुजरना पड़ा। पहले स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उसके बाद टिकट की जांच हुई। यात्रा करने वाले लोगो से उनके आईडी या आधारकार्ड साथ में रखने को कहा गया।
केरल के एर्नाकुलम से 27 मजदूर पहुंचे, ट्रेन में थे 1047 यात्री : केरल के एर्नाकुलम से श्रमिक स्पेशल ट्रेन सोमवार को बोकारो पहुंची। जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों के यात्री सवार थे। दोपहर एक बजे पहुंचने वाली ट्रेन में 1047 प्रवासी मजदूर केरल से राज्य के लिए चले थे, जिनमें बोकारो के 27 मजदूर शामिल रहे। बोकारो रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई। स्वास्थकर्मियों ने थर्मल स्क्रीनिंग के माध्यम से मजदूरों की जांच की। स्टेशन पर उतरते हुए सभी यात्री सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए जांच प्रक्रिया पूरी किए। बोकारो पहुंचने पर यात्रियों को भोजन उपलब्ध करया गया। वहीं, उपस्थित अधिकारियों ने लोगों से होम क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया। जिसके बाद यात्रियों को उनके गृह जिला के लिए बस में सवार किया गया। बोकारो स्टेशन पर मौजूद अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की कि 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहें। घर में परिजनों के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पलन करें।
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