जमशेदपुर में बन रहा झारखंड का सबसे बड़ा फ्लोटिंग प्लांट, 600 मेगावाट बिजली का होगा उत्पादन
- झारखंड में चांडिल डैम में राज्य का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाया जाएगा। इससे 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट ने पूरे प्रदेश में प्लांट लगाने के लिए सर्वे कराया है।
जमशेदपुर के चांडिल डैम में राज्य का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाया जाएगा। इससे 600 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट ने पूरे प्रदेश में प्लांट लगाने के लिए सर्वे कराया है। चांडिल डैम में सर्वे का काम पूरा हो चका है। राज्यभर के 31 जलाशयों में सोलर प्लांट लगाने की योजना है। इसका निर्माण पीपीपी मोड पर किया जाएगा।
झारखंड सकरार राज्य के चिह्वित जलाशयों में 900 मेगावाट क्षमता के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने की तैयारी में है। इसमें चांडिल डैम में ही 600 मेगावाट सोलर एनर्जी बनाने की योजना है। जलाशयों में विभिन्न प्रोजेक्टों की न्यूनतम उत्पादन क्षमता दो मेगावाट होगी। फिलहाल, कोडरमा में सोलर प्लांट से 10 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में क्षमता बढ़ाने की तैयारी है।
इसी तरह जेरेडा द्वारा राज्य का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट चांडिल डैम में बनाया जाएगा। जरेडा फ्लोटिंग पावर प्लांट को लेकर जल्द ही प्राक्कलन तैयार करेगा, जिससे लागत का अनुमान तय हो जाएगा। इसका निर्माण पीपीपी मोड में होगा। जेरेडा द्वारा जल्द ही इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं, बोकारो और गुमला में ऊपरी शंख डैम में भी फ्लोटिंग पावर प्लांट लगाये जाने से संबंधित प्लान का ड्राफ्ट ऊर्जा विभाग ने राज्य सरकार के पास भेजा है।
जरेडा के निदेश केके वर्मा ने बताया कि कुल 31 जलाशयों को चिह्नित किया गया है, जहां सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। सिकिदरी के गेतलसूद डैम में वर्ल्ड बैंक की मदद से 800 करोड़ से 150 मेगावाट के फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए एजेंसी से करार हो चुका है।