ईई पर कारवाई की मांग को लेकर विस्थापित मंच ने प्रशासक को सौंपा ज्ञापन
आदित्यपुर के चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने से 50 गांवों में पानी घुस गया, जिससे 116 गांवों के लोग विस्थापित हुए। ग्रामीणों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और आरोप लगाया कि कार्यपालक अभियंता की लापरवाही के...
आदित्यपुर। चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद 50 गांव में घुसा पानी को कर 116 गांव विस्थापित मंच के बैनर तले गुरुवार को स्वर्णरेखा के प्रशासक को ज्ञापन सौंपा है। जिसमे बताया की डैम डिवीजन 2 के कार्यपालक अभियंता संजीव कुमार की लापरवाही की वजह से 2 बजे रात्रि को 50 गांव को डूबा दिया गया। जबकि अबतक न ही पुर्नवास सुविधा दिया गया और न ही मुआवजा मिला है। यही नहीं इन विस्थापितों को पुर्नवास स्थल में जमीन भी आवंटित नहीं कराया गया है। बावजूद इसके डैम का आरएल पानी 184 मीटर करना सरासर गलत है। मांग किया की इस लापरवाही की जांच करते हुए दोषी अफसर पर कारवाई किया जाए। इस मामले में कार्यपालक अभियंता को निलंबित करते हुए ग्रामीणों को न्याय दिया जाए। विभाग से अभी तक सभी विस्थापित को नौकरी पुर्नवास स्थल में जमीन आवंटित तथा मुआवजा भी नहीं दिया। जबकि बावजूद इसके किस आधार पर 184 आर.एल पानी भण्डारण किया जा रहा है। प्रतिनिधिमंडल में मंच के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश ने बताया की स्वर्णरेखा के कार्यों में 90 प्रतिशत घूसखोरी है, सीधे कोई भी विस्थापित आते है तो उनका काम नहीं होता है। दलालों के माध्यम से ही स्वर्णरेखा में काम होता है। इस मामलों की भी जांच होनी चाहिए। मौके पर संदीप लोहार, विजय दास, दिवाकर महतो, आशुतोष गोप, भैरव बनर्जी, गोदा मांझी, गीता देवी, अनीता देवी आदि मौजूद थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।