Hindi Newsजम्मू और कश्मीर न्यूज़given today to Congress Omar Abdullah is waiting for letters of support can form government alone

'कांग्रेस को आज का दिन दिया है', समर्थन पत्र का इंतजार कर रहे उमर अब्दुल्ला; 'अकेले' भी बना सकते हैं सरकार

  • बहुमत के लिए चाहिए 46 के आंकड़े को नेशनल कॉन्फ्रेंस ने निर्दलीयों के समर्थन से हासिल कर लिया है। इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उमर अब्दुल्ला को अपने विधायक दल का नेता चुना।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, श्रीनगरThu, 10 Oct 2024 05:23 PM
share Share

जम्मू-कश्मीर के होने वाले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि राज्य में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सीटों की संख्या बहुमत के आंकड़े 46 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि 4 निर्दलीय विधायकों ने पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है। अब्दुल्ला ने कहा कि वह अब कांग्रेस के समर्थन पत्र का इंतजार कर रहे हैं ताकि सरकार बनाने का दावा पेश किया जा सके। आंकड़ों के लिहाज से नेशनल कॉन्फ्रेंस बिना कांग्रेस के समर्थन से भी सरकार बना सकती है। बहुमत के लिए चाहिए 46 के आंकड़े को नेशनल कॉन्फ्रेंस ने निर्दलीयों के समर्थन से हासिल कर लिया है। इससे पहले, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उमर अब्दुल्ला को अपने विधायक दल का नेता चुना।

पत्रकारों से बात करते हुए अब्दुल्ला ने कहा, "आप सभी उस निर्णय से अवगत हैं जो लिया गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक दल की बैठक हुई, और उन्होंने मुझे अपना नेता चुना। मैं विधायकों का दिल से धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझ पर विश्वास जताया और मुझे सरकार बनाने का दावा पेश करने का अवसर दिया।"

जब उनसे पूछा गया कि वह राज्यपाल से कब मिलेंगे, तो अब्दुल्ला ने कहा कि वह कांग्रेस के समर्थन पत्र का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया, "हम कांग्रेस के साथ समर्थन पत्र के लिए बातचीत कर रहे हैं। जैसे ही हमें उनका पत्र मिलेगा, हम जल्द से जल्द राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे। हमने कांग्रेस को आज का दिन दिया है ताकि वह समर्थन प्रक्रिया को पूरा कर सके।"

इससे पहले, उमर अब्दुल्ला ने इस बात पर जोर दिया कि जम्मू और कश्मीर में बनने वाली नई सरकार को राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "सरकार बनने के बाद हमें एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए और फिर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य मंत्रियों से बात करनी चाहिए ताकि हमारे राज्य का दर्जा बहाल किया जा सके।"

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को राज्यपाल (LG) के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम राज्यपाल और सरकार के बीच किसी बड़ी टकराव की स्थिति नहीं चाहते। बल्कि, हम शांति और सहयोग से काम करना चाहते हैं ताकि लोगों के हितों में कार्य हो सके, और हम अपने राज्य का दर्जा जल्द से जल्द वापस पा सकें।"

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। उसने 42 सीट जीती हैं। वहीं, अपने सहयोगियों-- कांग्रेस और माकपा के साथ वह 95 सदस्यीय विधानसभा में आसानी से बहुमत से आंकड़े तक पहुंच गई है। कांग्रेस ने छह और माकपा ने एक सीट जीती है।

(इनपुट एजेंसी)

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें