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तानाशाह है जेलेंस्की, बात मान लो नहीं तो देश भी नहीं बचेगा; ट्रंप की खुली धमकी

  • ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की ने खुद माना है कि अमेरिका से मिली आर्थिक मदद का आधा हिस्सा गायब हो गया है। उन्होंने जेलेंस्की पर चुनाव न कराने का आरोप भी लगाया।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, वाशिंगटनWed, 19 Feb 2025 11:33 PM
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तानाशाह है जेलेंस्की, बात मान लो नहीं तो देश भी नहीं बचेगा; ट्रंप की खुली धमकी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर जेलेंस्की को "तानाशाह" कहा है। ट्रंप ने जेलेंस्की पर ही रूस-यूक्रेन युद्ध को भड़काने का आरोप लगा दिया। इतना ही नहीं, पहली बार ट्रंप ने खुलेआम यूक्रेनी राष्ट्रपति के लिए तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उन्हें एक मामूली कॉमेडियन करार दिया।

ट्रंप ने जेलेंस्की पर लगाए गंभीर आरोप

ट्रंप ने अपनी पोस्ट में लिखा, "जरा सोचिए, एक मामूली रूप से सफल कॉमेडियन वोलोदिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका से 350 अरब डॉलर खर्च करवा दिए, वो भी एक ऐसे युद्ध में जो कभी नहीं होना चाहिए था और जिसे जीता नहीं जा सकता। अगर अमेरिका और 'ट्रंप' न होते, तो जेलेंस्की कभी इसे सुलझा नहीं पाएंगे। अमेरिका ने यूरोप से 200 अरब डॉलर अधिक खर्च किए हैं, लेकिन हमें कुछ नहीं मिलने वाला है।" उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सोते रहे और उन्होंने यूरोप से पैसों के खर्च को लेकर बराबरी की बात नहीं की। ट्रंप ने कहा, "यह युद्ध यूरोप के लिए हमसे कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, हमारे पास एक बड़ा, सुंदर महासागर है जो हमें (रूस से) अलग करता है।"

ट्रंप ने यह भी दावा किया कि जेलेंस्की ने खुद माना है कि अमेरिका से मिली आर्थिक मदद का आधा हिस्सा "गायब" हो गया है। उन्होंने जेलेंस्की पर चुनाव न कराने का आरोप भी लगाया और कहा कि वह यूक्रेन में बेहद अलोकप्रिय हो गए हैं। ट्रंप ने लिखा, "उन्होंने चुनाव कराने से मना कर दिया, यूक्रेनी पोल में उनका प्रदर्शन बहुत कम रहा, और एकमात्र चीज जिसमें वे अच्छे थे, वह- बाइडन को बाजे की तरह बजाना। जेलेंस्की एक तानाशाह हैं जो चुनाव कराने से इनकार कर रहे हैं। उन्हें जल्द कदम उठाने होंगे, वरना उनके पास देश ही नहीं बचेगा।"

ट्रंप ने आगे लिखा, "इस बीच, हम रूस के साथ युद्ध को समाप्त करने के लिए सफलतापूर्वक बातचीत कर रहे हैं। यह कुछ ऐसा है जिसे सभी मानते हैं कि केवल "ट्रंप" और ट्रंप प्रशासन ही कर सकता है। बाइडन ने कभी प्रयास नहीं किया, यूरोप शांति लाने में विफल रहा है, और जेलेंस्की शायद "बिना कुछ किए पैसे कमाना" जारी रखना चाहते हैं। मैं यूक्रेन से प्यार करता हूं, लेकिन जेलेंस्की ने बहुत बुरा काम किया है, उनका देश बिखर गया है, और लाखों लोग बेवजह मारे गए हैं - और यह जारी है......"

जेलेंस्की ने किया ट्रंप के दावों का खंडन

इससे पहले कीव में पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने ट्रंप की बातों को खारिज कर दिया और कहा कि वह "गलत जानकारी" के प्रभाव में हैं। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, राष्ट्रपति ट्रंप रूसी दुष्प्रचार के प्रभाव में हैं। अमेरिकी जनता ने हमेशा हमारा समर्थन किया है और हम इसकी सराहना करते हैं। लेकिन युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन की भागीदारी जरूरी है।"

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रूस को लेकर ट्रंप के नरम रुख पर सवाल

ट्रंप पहले भी रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि यह युद्ध "जल्द से जल्द खत्म होना चाहिए," भले ही इसके लिए यूक्रेन को अपनी जमीन से समझौता क्यों न करना पड़े। ट्रंप की इस स्थिति से कीव और उसके पश्चिमी सहयोगी चिंतित हैं। ट्रंप के हालिया रुख से अमेरिका और उसके सहयोगी देशों में चिंता बढ़ गई है, क्योंकि उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन "कभी भी रूस का हिस्सा बन सकता है।"

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