क्यों बिगड़ी डोनाल्ड ट्रंप और वोलोदिमीर जेलेंस्की की बात, कैमरे के सामने ही लड़ पड़े; इनसाइड स्टोरी
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच कैमरे के सामने ही नोकझोंक हो गई। इस नोकझों के पीछे असली वजह मिनरल डील है जो कि अमेरिका किसी भी कीमत पर चाहता है।
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यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के अमेरिका दौरे के दौरान जिस तरह से उनकी डोनाल्ड ट्रंप के साथ ऑन कैमरा तीखी नोकझोंक हो गई, उससे पूरी दुनिया हैरान है। दोनों ही मीडिया से बात करने के लिए बैठे थे। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भी साथ में थे कि दोनों में बात बिगड़ गई। डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को बेवकूफ राष्ट्रपति तक कह डाला। जेलेंस्की ने भी डोनाल्ड ट्रंप को सुनाने में कसर नहीं रखी। वहीं बात यहां तक पहुंची कि जेलेंस्की बिना खाना खाए ही वाइट हाउस से निकल गए। इस घटना के बाद पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। यूरोप के कई देशों ने जेलेंस्की को सही भी ठहराया है और डोनाल्ड ट्रंप के रवैये को गलत करार दिया है। हालांकि बाद में एक न्यूज चैनल पर जेलेंस्की ने सॉरी कहा और उम्मीद जताई कि दो राष्ट्रपतियों के बीच नोकझोंक की वजह से दो देशों के संबंध प्रभावित नहीं होंगे।
क्या है नोकझोंक की इनसाइड स्टोरी
इस पूरे घटनाक्रम की इनसाइड स्टोरी मिनरल डील है। डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कह दिया था कि अब फ्री में यूक्रेन को कोई मदद नहीं मिलेगी। मदद के बदले में वह मिनरल डील करना चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रंप चाहते हैं कि यूक्रेन अपने दुर्लभ खनिजों पर अमेरिका को अधिकार दे। उनका कहना है कि इसके बादले में अमेरिका कितनी सुरक्षा देगा, इसकी कोई गारंटी नहीं दी जा सकती क्योंकि यह डील उस एवज में होगी जो मदद यूक्रेन को पहले दी गई है।
यूक्रेन रूस के खिलाफ अमेरिका से सैन्य मदद चाहता है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप का रुख इन दिनों रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति ज्यादा नरम नजर आ रहा है। डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि यूक्रेन को जो अब तक यूक्रेन की मदद की गई है उसके बदले में 500 अरब डॉलर चाहिए। डील जब 350 अरब डॉलर में फाइनल होने की बात आई तो ट्रंप ने कह दिया कि इसके बदले में यूक्रेन को कुछ मिलेगा नहीं। या यूं कहें कि रूस का समर्थन केवल छोड़ने के लिए डोनाल्ड ट्रंप 350 अरब डॉलर की मांग रख रहे थे।
डील पर साइन करने अमेरिका पहुंचे थे जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की डील पर साइन करने ही अमेरिका पहुंचे थे। डोनाल्ड ट्रंप ने उनका स्वागत भी किया। पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक पत्रकार ने यूक्रेन की सिक्योरिटी के मुद्दे पर सवाल कर लिया। इसपर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अभी बात सिर्फ डील की होनी है। सुरक्षा के मुद्दे पर बाद में बात होगी। उन्होंने कहा कि सिक्योरिटी की समस्या कोई बड़ी स मस्या नहीं है। डील फाइनल होनी चाहिए। ट्रंप ने कहा कि यूरोप के देश भी यूक्रेन को सुरक्षा देने को तैयार हैं। मुझे बस डील करनी है और हम सुरक्षा का वादा अभी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में खनन होगा और हमारे यहां अच्छे प्रोडक्ट्स का निर्माण होगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि एक बार डील हो गई तो रूस भी वहां नहीं जाना चाहेगा। वहीं जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन ने कई बार सीजफायर तोड़ा है इसलिए सीजफायर की तो बात ही नहीं हो सकती। उन्होंने कहा बिना सिक्योरिटी की गारंटी के इस डील का कोई फायदा नहीं होने वाला है। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनियों के अलावा कोई भी इस युद्ध को रोक नहीं सकता है। जेलेंस्की ने कहा कि रूस पोलैंड पर भी चढ़ाई कर सकता है और तब अमेरिका की सेना को भी लड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका का नुकसान नहीं हो रहा है इसलिए उसे समझ में नहीं आ रहा है लेकिन भविष्य में समझना पड़ेगा। इसी बात पर डोनाल्ड ट्रंप एकदम से भड़क गए। उन्होंने कह दिया कि आप लाखों लोगों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और तीसरा विश्वयुद्ध भड़काना चाहते हैं।
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