डोनाल्ड ट्रंप को बधाई नहीं देंगे व्लादिमीर पुतिन, यूक्रेन युद्ध या कोई और वजह?
- डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस को हराकर इतिहास रच दिया है। दुनियाभर से उन्हें बधाई संदेश मिल रहे हैं, लेकिन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने नहीं। रूस का कहना है कि वह पहले उनके कार्यों को जांचेगा और फिर निर्णय लेगा।
डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस को हराकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रंप को दुनियाभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। इसमें भारत, पाकिस्तान, इजरायल,यूक्रेन, ब्रिटेन और यहां तक हमास आतंकी संगठन का भी नाम है। दुनियाभर से मिल रही बधाइयों के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई देने से परहेज किया है। रूस ने इसके पीछे की वजह भी बताई है। क्रेमलिन ने बुधवार को कहा कि वह पहले ट्रंप के कार्यों के आधार पर मूल्यांकन करेगा। इसलिए अभी उन्हें बधाई देने का इरादा नहीं है।
दरअसल, ट्रंप के कार्यकाल संभालने से पहले जो बाइडेन प्रशासन के दौरान अमेरिका ने दिल खोलकर यूक्रेन को मदद की थी। रूस इस बात से काफी चिढ़ा हुआ भी है। अमेरिका ने अरबों की मदद करके यूक्रेन को इतना सक्षम बनाया कि वह रूस के सामने टिक ही नहीं पाए, बल्कि उसे भी बराबर की चोट करे। यूक्रेन रूस के खिलाफ दो साल से चल रहे युद्ध में अमेरिका पर पूरी तरह से निर्भर था। अमेरिका ने कई बार रूस को चेताया भी, इतना ही नहीं अमेरिकी समर्थन पर अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट तक जारी किया।
इसके अलावा शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से रूस और अमेरिका के बीच संबंध सबसे निम्न स्तर पर हैं। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों से कहा, "हम ट्रंप के ठोस कदमों और शब्दों के आधार पर निष्कर्ष निकालेंगे।" ट्रंप ने दावा किया है कि यदि वे चुनाव जीत जाते हैं तो 24 घंटे के भीतर यूक्रेन में लड़ाई समाप्त करवा देंगे। ट्रंप ने यह भी कहा था कि उनके पिछले कार्यकाल के दौरान दुनिया में एक भी जंग नहीं हुई।
पेस्कोव ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन में "इस संघर्ष को समाप्त करने में मदद करने में सक्षम है", लेकिन वह "ऐसा देश भी है जो संघर्ष को भड़का रहा है"। पेस्कोव ने कहा कि ट्रंप ने अपने अभियान के दौरान कुछ "काफी कठोर बयान" दिए थे, लेकिन अभी देखने वाली बात होगी कि वे अपनी बातों पर कितना अमल करते हैं। क्रेमलिन ने यह भी कहा कि अमेरिका में नए प्रशासन के लिए रूस-अमेरिका संबंधों को और खराब करना "व्यावहारिक रूप से असंभव" होगा, क्योंकि ये संबंध पहले ही "इतिहास में अपने सबसे निम्नतम स्तर पर हैं।"
उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया कि रूस ने अमेरिकी चुनावों में हस्तक्षेप किया था। पुतिन ने जो बिडेन को 2020 के चुनाव में जीत के लिए मतदान के छह सप्ताह बाद बधाई संदेश भेजा था।
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