Hindi Newsविदेश न्यूज़Ukrainian President Volodymyr Zelensky proposed complete exchange of all prisoners of war with Russia to end conflict

'एक हाथ ले, दूसरा हाथ दे', युद्ध रोकने के लिए जेलेंस्की ने रूस के सामने रखा कौन सा प्रस्ताव

जेलेंस्की ने कहा कि रूस को यूक्रेनियों को रिहा करना चाहिए। इसके बदले में यूक्रेन भी सभी के बदले सभी युद्धबंदियों को छोड़ने के लिए तैयार है। यह शुरुआत करने का एक उचित तरीका है।

Pramod Praveen एपी, कीवMon, 24 Feb 2025 07:31 PM
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'एक हाथ ले, दूसरा हाथ दे', युद्ध रोकने के लिए जेलेंस्की ने रूस के सामने रखा कौन सा प्रस्ताव

पिछले तीन साल से यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग को खत्म करने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस के सामने एक प्रस्ताव रखा है। इसके तहत जेलेंस्की ने प्रस्ताव दिया है कि दोनों देश एक-दूसरे के सभी युद्धबंदियों की अदला-बदली करें। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की तीसरी वर्षगांठ पर कीव में एक शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने कहा, "रूस को यूक्रेनियों को रिहा करना चाहिए। इसके बदले में यूक्रेन भी सभी के बदले सभी युद्धबंदियों को छोड़ने के लिए तैयार है और यह शुरुआत करने का एक उचित तरीका है।"

यूक्रेनी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की मध्यस्थता में अक्टूबर 2024 में रूस और यूक्रेन ने 95-95 युद्धबंदियों की अदला-बदली की थी। यूक्रेनी संसद के मानवाधिकार आयुक्त दिमित्रो लुबिनेट्स ने कहा कि 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से यह 58वाँ मामला था, जब दोनों देशों ने कैदियों की अदला-बदली की थी। इससे पहले दोनों देशों ने सितंबर में भी 103 अन्य युद्धबंदियों की अदला-बदली वाली रिहाई की थी लेकिन अक्टूबर 2024 के बाद से यह ठप पड़ा हुआ है।

जेलेंस्की का यह प्रस्ताव ऐसे वक्त में आया है, जब रूस और अमेरिका यूक्रेन युद्ध खत्म करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में जेलेंस्की को घुटने टेकने पड़ सकते हैं या उन्हें देश छोड़ना पड़ सकता है। दूसरी तरफ रूस और अमेरिका यूक्रेन पर वर्चस्व को लेकर क्षेत्रों का आपसी बंटवारा भी कर सकते हैं। रूस जहां कब्जे वाले क्षेत्रों को नहीं लौटाने पर राजी हो सकता है, वहीं अमेरिका खनिज संसाधनों से परिपूर्ण यूक्रेनी इलाकों पर अपना कब्जा जमा सकता है। यूरोप और नाटो देशों को यह बात चुभ रही है।

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इस बीच, रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर सोमवार को यूरोप और कनाडा के बहुत से नेता ट्रेन से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री सिबिहा और राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्री यरमाक ने स्टेशन पर विदेशी नेताओं का स्वागत किया। आगंतुकों में यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी शामिल हैं।

वॉन डेर लेयेन ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में लिखा, "यूरोप कीव में है क्योंकि यूक्रेन यूरोप में है।" उन्होंने लिखा, ‘‘ अस्तित्व की इस लड़ाई में, केवल यूक्रेन का ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप का भविष्य दांव पर लगा है।’’ यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा, उत्तरी यूरोपीय देशों के प्रधानमंत्रियों सहित कई नेता यूक्रेन पहुंचे। वे युद्ध की वर्षगांठ से जुड़ी बैठकों में भाग लेने और अमेरिका की नई नीतियों के बीच यूक्रेन को समर्थन देने पर चर्चा करने वाले हैं। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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