चीन को लेकर फिर भड़का ताइवान, राष्ट्रपति बोले- उन्हें प्रतिनिधित्व का अधिकार नहीं
- राष्ट्रपति कार्यालय के सामने हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए चिंग-ते ने कहा,'ताइवान लोकतांत्रिक देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा और उन सभी के साथ मिलकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगा।
ताइवान के राष्ट्रपति लाई चिंग ते ने गुरुवार को राष्ट्रीय दिवस के मौके पर पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना को चेतावनी दी है। हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चीन को वैश्विक स्तर पर हमारा प्रतिनिधित्व करने की कोई जरूरत नहीं है। हम अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए हमेशा डटकर खड़े रहेंगे। राष्ट्रपति कार्यालय के सामने हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए चिंग-ते ने कहा,'ताइवान लोकतांत्रिक देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा और उन सभी के साथ मिलकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगा।
इस साल मई में ताइवान के राष्ट्रपति की गद्दी संभालने वाले लाई चेंग ते ने अपने भाषण में कहा कि चीन और ताइवान एक दूसरे के आधीन नहीं है। ताइवान की इस भूमि पर लोकतंत्र फल-फूल रहा है। हमारे लोगों को किसी तानाशाह सरकार के प्रतिनिधित्व की आवश्यकता नहीं है और ना ही पीआरसी को यह अधिकार है।
दोनों जगहों के लोगों के लिए साथ काम करने को तैयार- ताइवानी राष्ट्रपति
ताइवान के राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे देश के लोग इस बात को पूरी तरह से समझते हैं कि दोनों देशों के बीच में मतभेद हैं लेकिन वह हमेशा आगे बढ़ने के लिए तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि ताइवान के राष्ट्रपति के रूप में मेरा मिशन ताइवान के 23 मिलियन लोगों को एकजुट करना है। मैं हमारी संप्रभुता पर किसी भी तरह के कब्जे या अतिक्रमण का विरोध करने के अपने वादे पर पूरी तरह से कायम रहूंगा। लेकिन ताइवान स्ट्रैट में शांति बनाए रखने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। दोनों तरफ के लोगों की भलाई के लिए हम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के साथ भी जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने, संक्रामक रोगों से निपटने और भलाई के लिए शांति और पारस्परिक समृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए काम करने को तैयार है।
विश्व ने जताया भरोसा, अब फर्ज निभाए चीन
ताइवान के राष्ट्रपति ने कहा कि दुनियाभर के देशों ने चीन में निवेश करके उसको विकसित होने में मदद की थी। उन्हें उम्मीद थी कि चीन दुनिया के बाकी देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा। आज हम ऐसी दुनिया में खड़े हुए हैं जहां चारों तरफ संघर्ष ही संघर्ष नजर आता है। हजारों लोग मारे जा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, और शांति के लिए अपना योगदान देगा।
ताइवानी राष्ट्रपति का यह भाषण ताइवान के राष्ट्रीय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान का था। इस कार्यक्रम में ताइवान की तीनों सेनाओं की मार्चिंग टुकड़ियों, जेट द्वारा फ्लाईपोस्ट,ओलंपिक पैराओलंपिक के खिलाड़ियों ने भाग लिया था। जबकि चीन ताइवान को एक अलग हुआ प्रांत और लाई को एक ऐसे प्रशासन का प्रमुख बताता है जो अलगाववादी गतिविधियों में लगा है और स्वतंत्रता चाहता है।
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