पहले सेक्स करो, तब देंगे भोजन-पानी; भूख से बिलखती महिलाओं को नोच रहे मुस्लिम देश के सैनिक
Sudan Crisis: महिलाओं ने कहा कि यौन संबंध बनाने की अधिकतर घटनाएं फैक्टरी वाले इलाकों में होती हैं, जहां सैनिकों ने हमले कर रसद भंडारण कर रखा है। एक महिला ने बताया कि इसके अलावा कोई चारा नहीं बचा है।
युद्धग्रस्त अफ्रीकी देश सूडान से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। सूडानी शहर ओमदुरमान में जिंदा रहने के लिए जद्दोजहद कर रही महिलाओं का कहना है कि उन्हें भोजन पाने के लिए सैनिकों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि सूडानी सैनिक यौन संबंध बनाने के बाद ही भोजन-पानी दे रहे हैं। बड़ी संख्या में महिलाओं को इसके लिए कतार में खड़े होकर रहना पड़ता है। दरअसल, गृह युद्ध की वजह से सूडान में आर्थिक हालात खराब हैं और लोगों के सामने खाने और पीने तक का संकट है।
'द गार्जियन' की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ओमदुरमान में युद्ध के कारण वहां से भागने में विफल रहीं दो दर्जन से अधिक महिलाओं ने कहा कि जिंदा रहने के लिए उनके सामने सूडानी सेना के जवानों के साथ यौन संबंध बनाना ही एकमात्र विकल्प बच गया है। रिपोर्ट में पीड़ित महिलाओं के हवाले से कहा गया है कि सेना के जवान अपनी जिस्मानी आग बुझाने के लिए बड़ी संख्या में मजबूर महिलाओं को कतार में खड़े रखते हैं, फिर उनके साथ यौन संबंध बनाते हैं। इसके बदले में उन महिलाओं को कुछ भोजन-पानी मिलता है, जिससे वे अपान और अपने परिवार का पेट भर पाती हैं।
महिलाओं ने कहा कि यौन संबंध बनाने की अधिकतर घटनाएं फैक्टरी वाले इलाकों में होती हैं, जहां सैनिकों ने हमले कर खाने-पाने के सामान का बड़े पैमाने पर भंडारण कर रखा है। एक महिला ने गार्जियन को बताया कि उनके सामने इसके अलावा कोई विकल्प नहीं बचा कि वह उन सैनिकों के साथ यौन संबंध बनाए और अपने बूढ़े मां-बाप और बच्चों के लिए खाना पाए।
सूडान में पिछले एक साल से गृहयुद्ध छिड़ा हुआ है। पिछले साल 15 अप्रैल को राष्ट्रव्यापी गृह युद्ध छिड़ने के बाद से ही महिलाओं के साथ सैनिकों के जबरन रेप की खबरें आती रही हैं लेकिन अब इन सैनिकों ने भोजन-पानी देने के एवज में भी महिलाओं को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया है। बता दें कि सूडान में सेना के परस्पर विरोधी शक्तिशाली गुट राजधानी खार्तूम पर कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसकी वजह से वहां मानवीय संकट उठ खड़ा हुआ है। अब तक वहां 15000 से ज्यादा लोगों को जान गंवाना पड़ा है, जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग बेघर और विस्थापित हुए हैं। वहां लोग भोजन, ईंधन, पानी, दवाइयों और बिजली की गंभीर किल्लत का सामना करने को मजबूर हैं।
15 अप्रैल 2023 से ही सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और वहां के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फ़ोर्सेज (RSF) के बीच जंग जारी है। सूडान भू-सामरिक दृष्टिकोण से काफी अहम है। यह मुल्क अरब देशों और अफ्रीकी देशों के बीच स्थित है। यह एक इस्लामिक देश है, जहां की 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है। मौजूदा सत्ता संघर्ष की अगुवाई दो जनरल कर रहे हैं। एक ओर सेना के जनरल अब्देल फतेह अल बुरहान हैं तो दूसरी ओर देश के दूसरे नंबर के नेता और RSF के अगुवा जनरल हमदान दगालो हैं, जिसे आमतौर पर हेमेदती के नाम से जाना जाता है। ये दोनों एक जमाने में सहयोगी थे। दोनों ने मिलकर अक्टूबर 2021 में तख़्तापलट की अगुवाई की थी लेकिन अब दोनों में सत्ता संघर्ष छिड़ा है।
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