आप धोखेबाज, वादा फरामोश: ब्रिटिश PM पर भड़क उठीं उनकी ही कैबिनेट मंत्री रहीं भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन
ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन द्वारा पुलिस पर वामपंथी पक्षपात का आरोप लगाने के एक हफ्ते बाद,प्रधानमंत्री सुनक ने सोमवार को अपनी शीर्ष टीम में फेरबदल करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया था।
ब्रिटेन की गृह मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के अगले ही दिन मंगलवार को सुएला ब्रेवरमैन ने प्रधान मंत्री ऋषि सुनक पर जोरदार हमला बोला है और आरोप लगाया है कि आपने अवैध माइग्रेशन और यहूदी विरोधी भावनाओं के मुद्दे पर किए गए वादों को पूरा नहीं किया है। तीन पन्नों की लिखी चिट्ठी में सुएला ने सुनक पर वादाखिलाफी और धोखा देने का भी आरोप लगाया है और कहा है कि आपकी योजनाएं अब काम नहीं कर रही है।
पूर्व गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री सुनक को चिट्ठी में से चुनावी हार से बचने के लिए तत्काल रास्ता बदलने का भी आग्रह किया। सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी में दक्षिणपंथियों के पसंदीदा माने जाने वालीं सुएला ब्रेवरमैन को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को गृह मंत्री के पद से बर्खास्त कर दिया था।
इसके अगले दिन ब्रेवरमैन ने सुनक को लिखे एक जवाबी पत्र में कहा, "किसी को ईमानदार होने की जरूरत है: आपकी योजना काम नहीं कर रही है, हमने रिकॉर्ड चुनाव हार का सामना किया है, आपका रीसेट विफल हो गया है और हमारे पास समय समाप्त हो रहा है। आपको तत्काल कोर्स बदलने की जरूरत है।"
ब्रेवरमैन ने अपने पत्र में सुनक पर कई नीतियों को लेकर तिरस्कार, उपेक्षा और रुचि की कमी का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा, "आप इन प्रमुख नीतियों में से हर एक को पूरा करने में स्पष्ट रूप से और बार-बार विफल रहे हैं।" उन्होंने लिखा, "या तो आपकी सरकार की विशिष्ट शैली का मतलब है कि आप ऐसा करने में असमर्थ हैं या, जैसा कि मुझे अब निश्चित रूप से निष्कर्ष निकालना चाहिए, आपका अपने वादे निभाने का कभी कोई इरादा रहा ही नहीं।"
अपने पत्र में, ब्रेवरमैन ने सुनक द्वारा मानवाधिकारों पर यूरोपीय कन्वेंशन से हटने की अस्वीकृति की योजना को आगे बढ़ाने के एक तरीके के रूप में "विश्वासघात" बताया है। ब्रेवरमैन ने लिखा, "आपकी गैरजिम्मेदारी ने समय बर्बाद किया है और देश को असंभव स्थिति में छोड़ दिया है। आपने कठिन चुनाव से बचने के लिए आरामदेह रास्ते के रूप में इच्छाधारी सोच को चुना है।
ब्रैवरमैन ने कहा कि सुनक हमारी सड़कों पर तेजी से बढ़ती यहूदी विरोधी भावनाओं और उग्रवाद से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने में विफल रहे हैं। उन्होंने लिखा, "मैं आपसे घृणा मार्चों पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून पर विचार करने और सामुदायिक एकता को खतरे में डालने वाले नस्लवाद, धमकी और आतंकवादी महिमामंडन के बढ़ते ज्वार को रोकने में मदद करने का आग्रह करती हूं।" उन्होंने पीएम पर "खुद के लिए राजनीतिक जोखिम को कम करने के लिए कठोर फैसले टालने" का आरोप लगाया।
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