महिलाओं के गेम में मर्दों का क्या काम, ओलंपिक बॉक्सर ने बीच में छोड़ी फाइट; समर्थन में एलन मस्क
खलीफ को 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में जेंडर एलिजिबिलिटी मानदंडों को पूरा न करने के कारण बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्हें पेरिस ओलंपिक में खेलने की अनुमति दी गई है।
फ्रांस की राजधानी पेरिस में चल रहे ओलंपिक 2024 में एक और विवाद सामने आया है। इटली की मुक्केबाज एंजेला कारिनी ने गुरुवार को अल्जीरियाई मुक्केबाज इमाने खलीफ के खिलाफ अपने वेल्टरवेट मुकाबले को सिर्फ 46 सेकंड के बाद ही रोक दिया। कारिनी ने अपनी नाक में तेज दर्द का हवाला देते हुए मैच को जारी रखने से इंकार कर दिया। हालांकि, कारिनी ने इस मुकाबले को अपनी हार नहीं माना है।
'महिला बॉक्सर' का बढ़ा था टेस्टोस्टेरोन लेवल
इसकी वजह उनके विरोधी बॉक्सर इमाने खलीफ हैं। खलीफ को 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में जेंडर एलिजिबिलिटी मानदंडों को पूरा न करने के कारण बाहर कर दिया गया था, लेकिन उन्हें पेरिस ओलंपिक में खेलने की अनुमति दी गई है। अब इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया है। खलीफ एमेच्योर मुक्केबाज हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ की 2022 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता। पिछले साल की विश्व चैम्पियनाशिप में उन्हें स्वर्ण पदक मैच से ठीक पहले ‘डिस्क्वालीफाई’ घोषित कर दिया था क्योंकि जांच में दावा किया गया कि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ा हुआ था। सोशल मीडिया पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि खलीफ एक पुरुष हैं और उन्हें महिलाओं के गेम में खेलने दिया जा रहा है।
समर्थन में एलन मस्क
सोशल मीडिया पर #IStandWithAngelaCarini ट्रेंड कर रहा है। एक्स (ट्विटर) के मालिक एलन मस्क ने भी इटली की मुक्केबाज एंजेला कारिनी का समर्थन किया है। एक्स पर एक यूजर ने एंजेला कारिनी की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "महिलाओं के गेम में मर्दों का का क्या काम। मैं एंजेला कारिनी के साथ खड़ी हूं।" इसी ट्वीट को रीट्वीट करते हुए एलन मस्क ने सहमति जताई और लिखा, "बिल्कुल।"
बॉक्सिंग गेम में क्या हुआ?
इटली की एंजेला कारिनी के मुकाबले के महज 46 सेकेंड बाद हटने से अल्जीरिया की मुक्केबाज इमान खलीफ पेरिस ओलंपिक का पहले दौर का मुकाबला जीत गईं। कारिनी और खलीफ के बीच थोड़े ही मुक्के चले थे। लेकिन कारिनी ने मुकाबला छोड़ दिया जो ओलंपिक मुक्केबाजी में बेहद असामान्य घटना है। कारिनी का ‘हेडगियर’ दो बार हट गया था जिसके बाद उन्होंने हटने का फैसला किया। फिर कारिनी ने खलीफ से हाथ मिलाने से भी इनकार कर दिया और जाने से पहले वह रिंग में ही रो पड़ीं।
मैच से हटने के बाद कारिनी ने कहा, "मेरे लिए, यह हार नहीं है। मेरे लिए, जब आप उन रस्सियों पर चढ़ते हैं, तो आप पहले से ही एक योद्धा होते हैं, आप पहले से ही एक विजेता होते हैं। खैर जो.. भी है ठीक है। मैं आज रात नहीं हारी ... मैंने केवल एक लड़ाकू के रूप में अपना काम किया। मैं रिंग में गई और लड़ी। मैं सफल नहीं हुई। मैं अपना सिर ऊंचा करके और टूटे हुए दिल के साथ बाहर आ रही हूं।
इटली की बॉक्सर ने कहा, "मैं एक परिपक्व महिला हूं। रिंग मेरी जिंदगी है। मैं हमेशा से बहुत सहज रही हूं। और जब मुझे लगता है कि कुछ ठीक नहीं है, तो मैं हार नहीं मानती।" इस मुकाबले ने इटली में चर्चाओं को जन्म दिया है, जिसमें परिवार मंत्री यूजेनिया रोसेला और खेल मंत्री एंड्रिया अबोदी ने मुकाबले से पहले पात्रता नियमों के बारे में अपनी चिंताएं व्यक्त की। कारिनी ने इन चिंताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये उन पर बोझ नहीं हैं।
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