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अब दुनिया को भिखारी भी एक्सपोर्ट करने लगा पाकिस्तान, अब तक गधे ही बेचे थे

गरीबी ने पाकिस्तान को बेहाल कर रखा है। आलम है कि यहां के गरीब लोग पश्चिम एशियाई देशों में जाकर भीख मांग रहे हैं। यह लोग उमरा वीजा पर यहां जाते हैं और फिर भीख मांगने लगते हैं। कई तो चोरी भी कर रहे हैं।

Deepak लाइव हिंदुस्तान, इस्लामाबादThu, 28 Sep 2023 09:17 AM
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अभी तक आतंकवाद और गधे बेचने के मामले में बदनाम रहा पाकिस्तान अब भिखारी भी एक्सपोर्ट करने लगा है। जीहां, ताजा रिपोर्ट चौंकाने वाली तो है ही, साथ ही पाकिस्तान के माथे पर धब्बा सरीखा भी है। पाकिस्तान में गरीबी इस कदर बढ़ चुकी है कि यहां के गरीब लोग पश्चिम एशियाई देशों में जाकर भीख मांग रहे हैं। यह लोग उमरा वीजा पर जियारत करने के नाम पर इराक और सऊदी अरब पहुंच जाते हैं। इसके बाद यहां पर भीख मांगने लगते हैं या फिर पॉकेटमारी में लग जाते हैं। दोनों देशों में मौजूद पाकिस्तानी राजनयिकों ने अपनी सरकार से भी इस बात की शिकायत की है। गौरतलब है कि इससे पहले पैसों की खातिर पाकिस्तान ने अपने देश से गधों को चीन निर्यात किया था।

मक्का मस्जिद के पास पॉकेटमारी
पाकिस्तान में पिछले काफी अरसे से महंगाई चरम पर है। आटे और तेल के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में यहां के लोग इराक और सऊदी अरब जैसे देशों में पनाह ले रहे हैं, जहां इन सभी को पकड़कर जेल में डाल दिया जा रहा है। इन देशों में पकड़े गए 90 फीसदी भिखारी पाकिस्तान से ही हैं। सेक्रेट्री ऑफ ओवरसीज पाकिस्तानीज जीशान खांजादा ने जियो न्यूज उर्दू को बताया कि ईराक और सऊदी अरब के राजदूतों ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मक्का की महान मस्जिद के इर्द-गिर्द पकड़े गए पॉकेटमार भी पाकिस्तान के ही हैं। सीनेजर मंजूर काकड़ की अध्यक्षता में बुलाई गई एक बैठक के दौरान जीशान खांदजा ने बताया कि करीब 10 मिलियन पाकिस्तानी फिलहाल विदेश में हैं। इन पाकिस्तानियों में से बड़ी संख्या में लोग भीख मांग रहे हैं। 

भिखारियों से भरी फ्लाइट्स
जीशान खांदजा ने आगे बताया कि यह लोग वीजा लेकर दूसरे देशों में पहुंचते हैं और वहां भीख मांगने लगते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान से खाड़ी देशों को जाने वाली फ्लाइट्स ऐसे ही भिखारियों से भरी होती है। पाकिस्तानी की विदेशी कमेटी के मुताबिक यूएई में 1,600,000 और कतर में 200,000 पाकिस्तानी मौजूद हैं। इतना ही नहीं, ईराक और सऊदी अरब की जेलें भी पाकिस्तानियों से भरी पड़ी हैं। स्थिति यह हो गई है कि वैश्विक स्तर पर अब यह पाकिस्तान के लिए शर्म की बात हो गई है। बता दें कि पिछले वित्तीय साल में पाकिस्तान में गरीबी 39.4 फीसदी तक बढ़ गई थी।

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