FIFA World Cup: कतर में गूंजा ईरान का हिजाब प्रोटेस्ट, ईरानी टीम ने राष्ट्रगान गाने से किया इनकार
ईरान देश 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद महसा अमिनी की मौत के विरोध में दो महीनों में सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। देश में दो महीने से अधिक समय से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जारी हैं।
ईरान की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने सोमवार को इंग्लैंड के खिलाफ फीफा विश्व कप के अपने पहले मैच के दौरान अपने देश का राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया। सभी खिलाड़ी राष्ट्रगान के दौरान खामोश दिखे। इसकी वजह ईरान में जारी हिजाब विरोधी प्रदर्शन बताए जा रहे हैं। कतर के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में जब ईरान का राष्ट्रगान बजाया गया तो सभी शुरुआती 11 खिलाड़ी खामोश थे। इंग्लैंड और ईरान के बीच फीफा वर्ल्ड कप के ग्रुप बी का पहला मुकाबला खेला जा रहा है।
गौरतलब है कि 16 सितंबर को पूरे ईरान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। इन प्रदर्शनों के पीछे की सबसे बड़ी वजह अमिनी की मौत है। ईरान में 22 साल की महसा अमीनी को हिजाब ना पहनने के कारण पुलिस ने 13 सितंबर को हिरासत में लिया था। आरोप है कि पुलिस ने हिरासत में उसके साथ मारपीट की, जिससे वह कोमा में चली गई थीं। इस घटना के तीन दिन बाद यानी 16 सितंबर को महसा ने दम तोड़ दिया।
ईरान देश 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद महसा अमिनी की मौत के विरोध में दो महीनों में सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है। देश में दो महीने से अधिक समय से देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। सैंकड़ों लोगों के मारे जाने की खबर है।
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