इटली में भारतीय किसानों का 'गुलामी' खत्म करने के लिए प्रदर्शन, क्या झुकेगी मेलोनी सरकार
भारतीय श्रमिक सतनाम सिंह की दर्दनाक मौत के बाद प्रवासी मजदूरों के क्रूर शोषण के मामले सामने आए हैं। हजारों भारतीय खेत मजदूरों ने मंगलवार को इटली में "गुलामी" को समाप्त करने का आग्रह किया।
इटली में भारतीय मजदूर सतनाम सिंह की दर्दनाक मौत के बाद इटली में हजारों भारतीय प्रवासियों ने प्रदर्शन किया और इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी से गुलामी को खत्म करने की मांग की। दरअसल, 31 वर्षीय सतनाम सिंह बिना किसी कानूनी कागजात के एक किसान के यहां काम कर रहे थे। पिछले हफ्ते मशीन से उनका हाथ कट जाने के बाद उनकी मौत हो गई। जिस किसान के यहां वह काम कर रहे थे, उसने उन्हें कटे हुए अंग के साथ सड़क किनारे फेंक दिया था।
मध्य इटली क्षेत्र में भारतीय समुदाय के प्रमुख ने एएफपी से बात करते हुए कहा कि हम यहां काम करने आए हैं मरने के लिए नहीं। "उसे कुत्ते की तरह उठा कर बाहर फेंक दिया गया। हर दिन लोगों का शोषण होता है, हम इसे हर दिन सहते हैं, इसे अब खत्म होना चाहिए।"
भारतीय यहां पर 1980 के दशक से एग्रो पोंटिनो- पोंटाइन मार्श- में कद्दू, लीक, सेम और टमाटर के खेतों में काम करते हैं और फूलों के खेतों या भैंस मोजेरेला के उत्पादन में भी अपना योगदान देते हैं। सिंह की मौत की जांच की जा रही है, लेकिन इटली के कृषि क्षेत्र में होने वाले दुर्व्यहार पर इस घटना ने एक नई बहस छेड़ दी है।
धुर दक्षिणपंथी मानी जाने वाली इटली की प्रधानमंत्री ने श्रमिकों की कमी से निपटने के लिए गैर-यूरोपीय श्रमिकों के लिए वीजा और वैध दस्तावेज वाले प्रवासियों को बढ़ाने की कोशिश की थी। लेकिन एक एसोसिएशन के मुताबिक, वीजा प्राप्त करने वाले श्रमिकों में से केवल 30 प्रतिशत लोग ही इटली आते हैं। जिससे इटली में लगातार खेत मजदूरों की जरूरत बनी रहती है।
सिंह की मौत की परिस्थितियों की निंदा करते हुए पीएम मेलोनी ने कहा कि ये अमानवीय कृत्य थे जो इतावली लोगों से संबंधित नहीं हैं। मेलोनी ने कहा कि संगठित समूहों द्वारा इटली में अवैध प्रवासियों की तस्करी के जरिए इटली की वीजा प्रणाली का शोषण किया जा रहा है।
अपने कैबिनेट मंत्रियों से बात करते हुए मेलोनी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस बर्बरता को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। इटली की पुलिस ने जनवरी 2023 से जून 2024 तक लगभग 60 हजार अवैध प्रवासी श्रमिकों की पहचान की थी। लेकिन इटली के सबसे बड़े ट्रे़ड यूनियन सीजीआईएल का अनुमान है कि लगभग 2.30 लाख मौसमी कृषि श्रमिकों के पास कोई अनुबंध नहीं है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।