पाकिस्तान से खदेड़े जा रहे अफगानी, मैच के बाद छलका क्रिकेटर इब्राहिम जादरान का दर्द; क्या है पूरी कहानी
विश्वकप में अफगानिस्तान और पाकिस्तान का मैच खेल के लिहाज से काफी यादगार रहा। अफगानिस्तान से जीतकर इतिहास रच दिया। लेकिन मैच के बाद एक अफगानी क्रिकेटर ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसने सियासी गर्मी बढ़ा दी है।
विश्वकप में अफगानिस्तान और पाकिस्तान का मैच खेल के लिहाज से काफी यादगार रहा। अफगान टीम ने यह मैच जीतकर इतिहास रच दिया। लेकिन इसी मैच के बाद एक अफगानी क्रिकेटर ने कुछ ऐसा कह दिया, जिसने सियासी गर्माहट भी बढ़ा दी है। प्रजेंटेशन के वक्त मैन ऑफ द मैच इब्राहिम जादरान ने अपना अवॉर्ड उन अफगान शरणार्थियों को समर्पित कर दिया जिन्हें पाकिस्तान से बाहर निकाला जा रहा है। जादरान ने जिस बात का जिक्र खेल के मैदान में किया, उसका सिलसिला जुड़ता है साल 1979 से। आखिर क्या हुआ था उस साल? वर्तमान में पाकिस्तान में रहने वाले अफगान नागरिकों का क्या है हाल? जानते हैं विस्तार से...
रूस ने अफगानिस्तान पर किया था हमला
साल 1979 में रूस ने अफगानिस्तान के ऊपर हमला किया था। इस हमले के बाद अफगानिस्तान से लाखों लोगों ने पाकिस्तान पलायन किया था। शरणाथी शिविरों में रहने के दौरान ही इन लोगों ने क्रिकेट खेलना भी सीखा। इसके बाद दूसरी बार फिर से अफगानिस्तान से लोग पाकिस्तान तब पहुंचे जब साल 2021 में तालिबान ने वहां कब्जा कर लिया। यूनाइटेड नेशंस के आंकड़ों के मुताबिक 1.3 मिलियन अफगान नागरिकों ने पाकिस्तान में खुद को रजिस्टर करवा रखा है। इसके अलावा करीब 17 लाख लोग अभी भी पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे हैं।
अक्टूबर तक की डेडलाइन
विवाद की जड़ यही 17 लाख अवैध अफगान नागरिक हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने बाहर निकलने का आदेश दे रखा है। इन्हें अक्टूबर तक की डेडलाइन भी दी गई है। ऐसा करने की सूरत में इन्हें गिरफ्तारी की भी धमकी दी गई है। असल में बीते कुछ दिनों में पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनवा में धमाके हुए हैं। यह वही इलाके हैं, जहां पर अवैध अफगानी रहते हैं। पाकिस्तान का दावा है इन धमाकों में यहां रहने वाले अफगानियों का ही हाथ है। इसी वजह से इन्हें पाकिस्तान छोड़ने के लिए कहा गया है। बता दें कि अभी तक पाकिस्तान से 52 हजार अफगानियों को वापस भेजा जा चुका है।
सीमा पर अफगान नागरिकों के लिए टेंट
पाकिस्तान के इस रुख ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी बहस छेड़ दी थी। यूनाइटेड नेशंस ने भी इसकी आलोचना की है। उधर अफगानिस्तान सरकार ने भी इसको लेकर पाकिस्तान से विरोध जताया है। फिलहाल हालात यह हैं कि अफगानिस्तान ने पाकिस्तान सीमा पर अपने नागरिकों के लिए स्पेशल टेंट लगा रखे हैं। यहां पर उन्हें मदद मुहैया कराई जा रही है और खाने-पीने का सामान भी दिया जा रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।