क्या साइलेंट किलर बन गया कोविड? दो साल में किए 50 बार बदला रूप, अंत में ले ली जान
कोरोना वायरस को लेकर भी एक रिसर्च में बड़ा दावा किया गया है। एक डच शख्स को दो साल तक कोरोना रहा। वहीं इस दौरान कोरोना वायरस ने 50 बार रूप बदला।
दुनियाभर में कोरोना का खौफ भले ही खत्म हो गया हो लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका असर अब भी लोगों पर देखा जा रहा है। जानकारों का कहना है कि कोरोना ने लोगों की इम्यून पावर को बहुत प्रभावित किया है। वहीं एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक डच शख्स को पिछले 613 दिनों में कम से कम 50 बार कोरोना हुआ। अंत में उसकी जान चली गई। ऐम्सटर्डम यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर की रिसर्च में यह बात सामने आई है। शख्स की मौत 2023 में ही हो गई थी।
72 साल के डच शख्स को पहले से भी खून से संबंधित बीमारी थी। इसके बाद फरवरी 2022 में उसे पहली बार कोरोना हुआ। रिसर्च में पता चला है कि कोरोना ने उसके शरीर में 50 बार अपना रूप बदला। TIME की रिपोर्ट के मुताबिक अंततः कोरोना ने अल्ट्रा म्यूटेटेड रूप ले लिया। रिसर्च में बताया गया है कि यह सबसे लंबा कोरोना संक्रमण है। इससे पहले एक ब्रिटिश शख्स को 505 दिन तक कोरोना रहा था।
रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़ित ने कोविड संक्रमित होने से पहले कोरोना वैक्सीन की डोज भी ली थीं। इसके बाद वह ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित हो गया। इसके बाद उसकी इम्यूनिटी गिरती ही चली गई। गौर करने वाली बात यह भी थी कि कोरोना ने ऐसा रूप ले लिया जो कि दूसरों को संक्रमित नहीं कर रहा था। इस शख्स पर की गई केस स्टडी को अब बर्सिलोना में होने वाली ईएससीएमआईडी ग्लोबल कांग्रेस में प्रस्तुत किया जाएगा।
स्टडी में यह भी कहा गया है कि अमेरिका में जिन लोगों को कोरोना हुआ था उनमें से 24 फीसदी को कम से कम तीन महीने तक इसके लक्षण महसूस होते रहे। बता दें कि कुछ दिन पहले ही एम्स की एक्सपर्ट ने दावा किया था कि कोरोना के बाद लोगों की इम्यूनिटी कम हो गई है जिसके चलते, जुकाम, बुखार और त्वचा रोग बढ़ गए हैं। वहीं जुकाम की मियाद भी लोगों में बढ़ गई है। अब जल्दी यह ठीक नहीं होता है।
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