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पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार पर संकट के बादल? अनबन की खबरों के बीच बिलावल का इमरान को ऑफर

पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बिलावल भुट्टो से अनबन की खबरों के बीच उनकी पार्टी पीपीपी ने इमरान खान से संपर्क किया है। खान को बातचीत का ऑफर दिया है।

Gaurav Kala भाषा, इस्लामाबादSun, 28 July 2024 06:52 PM
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पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार बने मुश्किल से चार महीने ही हुए हैं और शरीफ सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पाकिस्तानी अखबारों की रिपोर्ट है कि शरीफ सरकार कभी भी गिर सकती है। खबर है कि शरीफ सरकार में गठबंधन दल पीपीपी ने इमरान खान को बातचीत का ऑफर दिया है। इमरान खान इस वक्त 200 से अधिक मामलों में सजा काट रहे हैं और जेल में तरह-तरह की यातनाएं झेल रहे हैं। पीपीपी ने एक बयान में कहा कि वे इमरान खान से सकारात्मक बात करना चाहते हैं।

पाकिस्तान में फरवरी महीने के वक्त हुए आम चुनाव में नतीजे काफी चौंकाने वाले थे। पूरा जोर लगाने के बाद भी शरीफ की पार्टी पीएम-एल-एन को 72 सीट ही मिल पाई थी, जबकि, इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सहयोगी नेताओं को 100 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, बिलावल भुट्टो जरदारी की पार्टी को चुनाव में 54 सीट पर जीत मिली थी। पाकिस्तान में कुल 313 लोकसभा सीट है, जिसमें पूर्वी पाकिस्तान से 169 और पश्चिमी पाकिस्तान से 144 सीट हैं। बहुमत के लिए 157 सीट होना जरूरी है।

पाकिस्तानी अखबारों की रिपोर्ट है कि बिलावल भुट्टो जरदारी नीत पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान बातचीत करने के इच्छुक हों, तो उनकी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने को तैयार है। इमरान खान फिलहाल जेल में बंद हैं।

पीपीपी के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘‘ऐसा कहा जा रहा है कि पीटीआई संस्थापक बातचीत के लिए तैयार हैं। अगर इमरान खान बातचीत के लिए तैयार हैं तो यह सकारात्मक बात है।’’ शाह ने बातचीत की संभावना का स्वागत करते हुए इसे सकारात्मक घटनाक्रम बताया।

समाचारपत्र ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने शाह के हवाले से कहा, ‘‘राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमेशा बातचीत के जरिए समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की है और जरूरत पड़ने पर पीपीपी अपनी भूमिका निभाएगी।’’ पीपीपी की खान की पार्टी के साथ सहयोग करने की इच्छा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ पीटीआई के सख्त रुख के बाद बढ़ी हुई राजनीतिक अस्थिरता के बीच सामने आई है।

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