सिर्फ गाजा नहीं, इन दो देशों में भी इजरायल ने की भारत जैसी एयरस्ट्राइक; मिडिल-ईस्ट में गहराया संकट
Israel-Hamas War Middle-East Crisis: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी एक साक्षात्कार में कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने का जोखिम बढ़ गया है।
Israel-Hamas War Middle-East Crisis: इजरायल-हमास जंग का आज 24वां दिन है। इस बीच, गाजा पट्टी में इजरायली फौज ने अल-कुद्स अस्पताल के पास ताबड़तोड़ बमबारी की है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर गहरी चिंता जताई है। गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में अब तक 8000 लोगों की जानें जा चुकी हैं। इनमें अधिकांश बच्चे हैं। गैर-सरकारी समूह सेव द चिल्ड्रेन ने कहा है कि 2019 के बाद से हर साल दुनिया भर में संघर्षों में मारे गए कुल बच्चों की तुलना में पिछले तीन हफ्तों में गाजा में सबसे अधिक बच्चे मारे गए हैं।
अल जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पर लगातार हमलों के बीच इजराइल ने पड़ोसी मुल्क सीरिया और लेबनान में सैन्य बुनियादी ढांचे पर भी हमला बोला है। इजरायल सुरक्षा बल (IDF) ने सोमवार तड़के कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने इजरायली क्षेत्र में पहले दागे गए रॉकेट के जवाब में सीरिया और लेबनान में रॉकेट लॉन्चरों से आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किए हैं।
हालांकि, इजरायली सैन्य अधिकारियों ने इस हमले से हुए नुकसान और हताहतों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। बता दें कि भारत ने भी 2019 में इसी तरह की एयरस्ट्राइक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के बालाकोट में की थी और पाक आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। भारत ने तब 40 जवानों की शहादत का बदला लिया था।
इजरायल ने कहा है कि उसकी सेना लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के साथ सीमा पार लड़ाई में लगी हुई है। दूसरी तरफ हमास के खिलाफ युद्ध शुरू करने के बाद से सीरिया पर भी बार-बार हवाई हमले कर रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली सेना द्वारा गाजा पट्टी, लेबनान और सीरिया पर आक्रामक हमले पूरे मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष में बदल सकते हैं।
उधर, संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी सीरिया के साथ-साथ इराक में अपनी सेनाओं पर रॉकेट और ड्रोन हमलों में तेज वृद्धि के जवाब में सीरिया पर हमले किए हैं। अमेरिका ने अपने सैन्य ठिकानों पर हमले का आरोप ईरान समर्थित आतंकी समूहों पर लगाया है। पिछले हफ्ते पेंटागन ने कहा था कि राष्ट्रपति जो बाइडेन से मिली अनुमति के बाद अमेरिकी सैनिकों पर हमलों का जवाब देने के लिए ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और ईरान समर्थित समूहों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सीरिया में दो आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस महीने की शुरुआत में ही कहा था कि अगर इजरायल ने हमास के खिलाफ अपना युद्ध जारी रखा तो क्षेत्रीय तनाव बढ़ जाएगा। खामेनेई ने कहा था, "मुसलमान और प्रतिरोध बल अधीर हो जाएंगे, और कोई भी उन्हें नहीं रोक सकता।" पिछले हफ्ते, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी चेतावनी दी थी कि अगर इजरायल ने गाजा पर बमबारी बंद नहीं की तो संघर्ष "मध्य पूर्व की सीमाओं से परे" फैल सकता है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी रविवार को एबीसी न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि इजरायल-हमास युद्ध के व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदलने का "वास्तविक" जोखिम बढ़ गया है।
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