पहले से पता होने के बाद भी नेतन्याहू ने नहीं रोका 7 अक्टूबर का हमला? पूर्व सहयोगी के आरोपों से हड़कंप
- israel war: अधिकारी के मुताबिक इजरायली पीएम को हमले के बारे में सूचना काफी पहले दी जा चुकी थी। उन्होंने कहा कि जिन कॉल्स के जरिए पीएम को यह सूचना दी गई थी, उनकी जानकारी पीएम नेतन्याहू की कॉल डिटेल से हटा दी गई है। इस मामले में पीएम के चीफ ऑफ स्टाफ से पूछताछ की जा रही है।
पिछले एक साल से लगातार युद्ध में उलझे इजरायल के पीएम नेतन्याहू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भ्रष्टाचार के मामले में पहले से ही फंसे नेतन्याहू के ऊपर उनके पूर्व सहयोगी ने आरोप लगाया है कि पीएम नेतन्याहू को 7 अक्टूबर की सुबह ही उनके शीर्ष जनरलों ने चेतावनी दी थी कि सीमा पार सैकड़ों हमास आतंकवादी इजरायली सीमा में घुसकर हमला करने की तैयारी कर रहे हैं और यह हमला काफी बड़ा होने वाला है। पीएम को यह सूचना हमले के काफी पहले दी जा चुकी थी। अधिकारी का आरोप है कि जिन कॉल्स के जरिए पीएम को यह सूचना दी गई थी, उनकी जानकारी पीएम की कॉल डिटेल से हटा दी गई है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व अधिकारी के इन आरोपों के आधार पर नेतन्याहू के सहयोगियों से लगातार पूछताछ की जा रही है। जांचकर्ताओं का मानना है कि इन आरोपों से बचने और भविष्य के लिए सबूत मिटाने के उद्देश्य से अधिकारियों ने पीएम के आधिकारिक कॉल विवरण में हेराफेरी की है। इस मामले में सबसे पहले नेतन्याहू के वर्तमान चीफ ऑफ स्टाफ से पूछताछ की जा रही है क्योंकि उन पर आरोप है कि उन्होंने दवाब में आकर 7 अक्टूबर के दिन के कॉल लॉग्स में बदलाव किया है।
नेतन्याहू घरेलू मोर्चे पर काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं। नेतन्याहू पर इस समय भ्रष्टाचार का मामला भी चल रहा है। कोर्ट ने उन्हें दो दिसंबर को पेश होने का समन जारी किया है। इसके अलावा युद्ध के दौरान की गई गलतियों के कारण भी नेतन्याहू की लोकप्रियता इजरायल और पूरी दुनिया में लगातार कम होती जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
इजरायली पीएम नेतन्याहू के पूर्व सैन्य सचिव मेजर जनरल एवी गिल ने पीएम पर आरोप लगाया कि 7 अक्टूबर को पीएम और उनके वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच में जो लगातार बातचीत हुई थी, उसके रिकॉर्ड को मिटा दिया गया है। इस साल की शुरुआत में पीएम कार्यालय छोड़ने वाले गिल ने अटॉर्नी जनरल को पत्र लिखकर अपनी बात रखते हुए कहा था कि उनके और पीएम नेतन्याहू के बीच में हुई बातचीत की डिटेल बदली हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम के सहयोगियों ने दवाब में या फिर जानबूझकर इन कॉल लॉग्स में हेराफेरी की है।
इन सारी बातों को लेकर पीएम नेतन्याहू पहले भी अपनी बात रख चुके हैं। पीएम ने कहा था कि उन्हें इस घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
कॉल लॉग्स में हेराफेरी के अलावा गिल ने नेतन्याहू के सहयोगियों पर आरोप लगाया कि उनके सहयोगियों ने इजरायली सेना के गोपनीय दस्तावेजों को भी विदेशी समाचार पत्रों को लीक कर दिया था। इस मामले में भी नेतन्याहू के सहयोगियों में से एक एली फेल्डस्टीन को चार अन्य अधिकारियों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है।
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