Hindi Newsविदेश न्यूज़Israel army save Iraq girl from Gaza who kidnapped when she was 11 year old by ISIS

गाजा में इजरायली सेना ने ऐसा क्या किया, जमकर हो रही तारीफ; यह मुस्लिम देश भी मुरीद

  • गाजा में इजरायली सेना ने ऐसा रेस्क्यू अभियान चलाया कि उसकी जमकर तारीफ हो रही है। इजरायल ने 10 साल पहले किडनैप हुई इराकी लड़की को बचाया और घर तक पहुंचाया।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तान, गाजाThu, 3 Oct 2024 11:15 PM
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पूरी दुनिया देख रही है कि गाजा में पिछले एक साल से इजरायली सेना ने जमकर कत्लेआम कर रही है। हमास के खात्मे में इजरायल के हाथों निर्दोषों की भी जान जा रही है। गाजा में मरने वालों की संख्या कम से कम 44 हजार हो गई है। इस बीच गाजा में इजरायली सेना ने ऐसा रेस्क्यू अभियान चलाया कि उसकी जमकर तारीफ हो रही है। इजरायल ने गाजा में एक इराकी युवती को बचाया और उसके घरवालों तक पहुंचाया। युवती को खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस ने 10 साल पहले तब किडनैप कर दिया था, जब उसकी उम्र महज 11 साल थी। आईएसआईएस ने उस लड़की को गाजा में किसी को बेच दिया था।

इजरायली सेना ने 21 साल की यजीदी महिला फाजिया अमीन सिदो को सकुशल बचा लिया है। सिदो के बचाव और घर वापसी की घोषणा इज़रायल और इराक के विदेश मंत्रालयों द्वारा अलग-अलग की गई। उसे गाजा से रेस्क्यू करके इराक में उसके फैमिली तक पहुंचाने में मदद की गई। इस कोशिश में अमेरिका, जॉर्डन ने भी अहम भूमिका निभाई। इजराइल के विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2014 में इराक में यज़ीदी समुदायों पर ISIS के हमलों के दौरान सिदो को उसके परिवार से अलग कर दिया गया था। फिर उसे एक गाजा में एक व्यक्ति को बेच दिया था।

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने हाल ही में सिदो को रेस्क्यू किया और उसे घर वापस भेज दिया। उसके बचाव की परिस्थितियों के बारे में तत्काल कोई और जानकारी नहीं दी गई है। इस मामले में इराकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि 1 अक्टूबर को चलाए इस विशेष अभियान में अमेरिकी दूतावासों और जॉर्डन के अधिकारियों के साथ संयुक्त प्रयास में सिदो को बचा लिया गया। 

उधर, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ने 1 अक्टूबर को “एक युवा यजीदी महिला को गाजा से सुरक्षित निकालने में मदद की, ताकि वह इराक में अपने परिवार से मिल सके।”  प्रवक्ता ने बताया कि 11 साल की उम्र में उसे इराक में उसके घर से अगवा कर लिया गया था और उसे गाजा में बेच दिया गया था। प्रवक्ता ने बताया कि उसके अपहरणकर्ता की हाल ही में हत्या कर दी गई, जिसके बाद वह भागने में सफल रही और उसकी वापस मुमकिन हो पाई।

इजरायल विदेश मंत्रालय के डिजिटल डिप्लोमेसी ब्यूरो के निदेशक डेविड सारंगा ने सिगो की रिहाई पर टिप्पणी करते हुए कहा, "कई सालों तक, उन्हें एक फ़िलिस्तीनी हमास-आईएसआईएस मेंबर ने बंधक बनाकर रखा था। उनकी कहानी यज़ीदी बच्चों के साथ होने वाली क्रूरता की याद दिलाती है।"

इराक में यजीदी समुदाय

यजीदी एक अल्पसंख्यक समुदाय है, जो मुख्यतः इराक और सीरिया में रहता है। 2014 में आईएसआईएस ने यजीदी के 5000 से अधिक लोगों की हत्या कर दी थी और 6000 लोगों का अपहरण कर लिया गया था। सैकड़ों लड़कियों को सेक्स स्लेव बनाकर रखा। संयुक्त राष्ट्र ने इसे नरसंहार बताया था। यजीदी उत्तरी इराक का एक कुर्द भाषी समूह है।

इराकी अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में यजीदी समुदाय के 3500 से अधिक लोगों को बचाया गया है और लगभग 2600 लोग अभी भी लापता हैं। इसमें कई लोगों के मारे जाने की आशंका है, लेकिन यजीदी लोगों का दावा है कि सैकड़ों लोग अभी भी जीवित हैं और दासता का जीवन बिता रहे हैं।

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