फिर बेनकाब ट्रूडो सरकार! हिंदू मंदिर पर हमले में शामिल खालिस्तानी पुलिसकर्मी को दी क्लीन चिट
- वायरल वीडियो में पील पुलिस का सार्जेंट हरिंदर सोही सादा कपड़ों में खालिस्तानी झंडा पकड़े हुए दिखाई दिया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में डंडे और अन्य हथियार थे।
कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में दिवाली के बाद हुए एक हिंसक खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन में शामिल एक पुलिस अधिकारी हरिंदर सोही को जांच के बाद क्लीन चिट दे दी गई है। सोही इस घटना के वायरल वीडियो में खालिस्तानी झंडा पकड़े नजर आया था। हालांकि कनाडा की पील रीजनल पुलिस ने कहा कि सोही ने अपनी ड्यूटी का "कानूनी रूप से सही तरीके से पालन किया।"
मंदिर में घुसकर हमला, वीडियो आया सामने
3 नवंबर को हिंदू सभा मंदिर में भारत के उच्चायोग द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक शिविर के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने मंदिर में घुसकर हंगामा किया। प्रदर्शन के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने भारत विरोधी नारे लगाए और हथियारबंद प्रदर्शनकारियों ने मंदिर में मौजूद भक्तों पर हमला किया। वायरल वीडियो में पील पुलिस का सार्जेंट हरिंदर सोही सादा कपड़ों में खालिस्तानी झंडा पकड़े हुए दिखाई दिया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में डंडे और अन्य हथियार थे। पुलिस द्वारा दावा किया गया कि सोही हथियार छीनने और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वीडियो में वह प्रदर्शनकारियों को रोकने के बजाय उनके साथ खड़ा नजर आ रहा था।
जांच के बाद पुलिस का बयान
पील रीजनल पुलिस ने बयान जारी कर कहा कि "हरिंदर सोही ने प्रदर्शन के दौरान एक प्रदर्शनकारी को निहत्था करने की कोशिश की क्योंकि प्रदर्शन आक्रामक हो गया था। उन्होंने तनाव को कम करने और किसी भी गंभीर स्थिति को टालने के लिए कदम उठाए।" पुलिस ने यह भी कहा कि प्रदर्शन स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने डंडों, बैट और झंडों जैसे संभावित हथियारों को जब्त किया। इस दौरान सोही ने एक प्रदर्शनकारी से डंडा छीनने का प्रयास किया।
वीडियो ने खड़े किए सवाल
वीडियो में सोही को खालिस्तानी झंडा पकड़े हुए और प्रदर्शनकारियों के साथ खड़ा दिखाया गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भारतीय समुदाय और स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की और कनाडा सरकार से भारतीय नागरिकों और पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
पील पुलिस ने घटना के बाद सोही को निलंबित कर दिया था। हालांकि, जांच के बाद पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पील पुलिस के कांस्टेबल टायलर बेल-मोरेना ने कहा, "सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पूरी घटना को नहीं दिखाता। बॉडीकैम फुटेज की समीक्षा से पता चला कि सोही एक प्रदर्शनकारी से हथियार छीनने की कोशिश कर रहे थे, जो आक्रामक हो गया था।"
समुदाय की सुरक्षा पर सवाल
ब्रैम्पटन के इस हमले के बाद भारतीय समुदाय में भय और आक्रोश का माहौल है। भारत ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कनाडा सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह घटना कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों और भारतीय समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। समुदाय के नेताओं ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
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