महान राज्य कनाडा के गवर्नर, जल्द मिलेंगे; जस्टिन ट्रूडो के इतने मजे क्यों ले रहे ट्रंप?
- ट्रंप और ट्रूडो के व्यक्तिगत संबंध भी कभी अच्छे नहीं रहे। ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से ट्रूडो को कमजोर और अप्रभावी नेता बताया, और कई बार उनके फैसलों को आलोचना की।
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसने अंतरराष्ट्रीय मंच पर हलचल मचा दी। ट्रंप ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को "कनाडा का गवर्नर" कहकर संबोधित किया। यह टिप्पणी एक निजी मजाक से शुरू हुई, जो सार्वजनिक चर्चा का विषय बन गई। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल पर खुलेआम कनाडा को बतौर राज्य और ट्रूडो को उसका गवर्नर बताया।
ट्रंप ने लिखा, "महान राज्य कनाडा के गवर्नर जस्टिन ट्रूडो के साथ डिनर करना खुशी की बात थी। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही गवर्नर से मुलाकात होगी, ताकि व्यापार और टैरिफ पर हमारी बातचीत आगे बढ़े, जिसका परिणाम शानदार होगा।"
ट्रंप और ट्रूडो के व्यक्तिगत संबंध भी कभी अच्छे नहीं रहे। ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से ट्रूडो को कमजोर और अप्रभावी नेता बताया, और कई बार उनके फैसलों को आलोचना की। इसी तरह ट्रूडो की पार्टी के नेताओं ने भी अमेरिकी चुनाव से पहले ट्रंप की आलोचना की थी और बाइडेन का समर्थन किया था।
व्यापार और सीमा सुरक्षा पर विवाद
डिनर का आयोजन फ्लोरिडा स्थित ट्रंप के घर मार-ए-लागो में हुआ, जहां ट्रंप और ट्रूडो के बीच व्यापार टैरिफ और सीमा सुरक्षा को लेकर तीखी बहस हुई। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आने वाली वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना की घोषणा की है। उनका कहना है कि यह कदम अमेरिका में प्रवासियों और ड्रग्स की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए जरूरी है। फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, डिनर के दौरान ट्रंप ने मजाक में कहा, "शायद कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बन जाना चाहिए।" हालांकि, इस टिप्पणी ने ट्रूडो को असहज कर दिया।
ट्रूडो ने जताई आपत्ति
ट्रूडो ने चेतावनी दी कि प्रस्तावित टैरिफ कनाडा की अर्थव्यवस्था को "तबाह" कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी नीतियां दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों पर बुरा असर डालेंगी। ट्रंप ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "तो आपका देश तभी जिंदा रह सकता है जब तक कि वह अमेरिका से 100 बिलियन डॉलर न ऐंठ ले?"
संभावित जवाबी कदम
ट्रूडो ने स्पष्ट किया है कि यदि अमेरिका ने टैरिफ लागू किया, तो कनाडा इसका जवाब देगा। उन्होंने कहा, "हम अपने हितों की रक्षा के लिए तैयार हैं। अगर अमेरिका टैरिफ लगाता है, तो हम भी जवाबी कार्रवाई करेंगे।" ट्रंप के इस कदम की आलोचना अमेरिकी नेताओं से लेकर व्यापार विशेषज्ञों तक ने की है। मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसे "विरोधाभासी" बताते हुए कहा कि यह कदम अमेरिका-कनाडा संबंधों को बिगाड़ सकता है। ट्रंप ने एनबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में स्वीकार किया कि टैरिफ से अमेरिकी उपभोक्ताओं पर भी असर पड़ सकता है।
अगर हम कनाडा, मैक्सिको को सब्सिडी दे रहे हैं तो वे अमेरिका का हिस्सा बन जाएं : ट्रंप
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि अमेरिका अपने दो पड़ोसी देशों कनाडा और मैक्सिको को क्रमश: 100 अरब डॉलर और 300 अरब डॉलर की सब्सिडी दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो इन दोनों देशों को अमेरिका का हिस्सा बन जाना चाहिए। ट्रंप (78) ने धमकी दी है कि अगर कनाडा और मैक्सिको ने अपने अपने क्षेत्रों से अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के प्रवाह को नहीं रोका तो वह दोनों देशों पर भारी शुल्क लगा देंगे।
ट्रंप ने ‘एनबीसी न्यूज’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘हम कनाडा को हर साल 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की सब्सिडी दे रहे हैं। हम मैक्सिको को लगभग 300 अरब अमेरिकी डॉलर की सब्सिडी दे रहे हैं। हमें सब्सिडी नहीं देनी चाहिए। हम इन देशों को सब्सिडी क्यों दे रहे हैं? अगर हम उन्हें सब्सिडी दे रहे हैं, तो उन्हें (अमेरिका का) एक राज्य बन जाना चाहिए।’’ अमेरिका में पांच नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद रविवार के ‘टॉक शो’ में ट्रंप का यह पहला साक्षात्कार था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम मैक्सिको को सब्सिडी दे रहे हैं, हम कनाडा को सब्सिडी दे रहे हैं और हम दुनिया भर के कई देशों को सब्सिडी दे रहे हैं। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि सभी को समान, तीव्र और निष्पक्ष अवसर मिले।’’ ट्रंप ने कुछ अमेरिकी सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) की इस टिप्पणी का खंडन किया कि शुल्क से अमेरिका को नुकसान होगा और आम वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे आम लोगों पर दबाव बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसका अमेरिकियों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने हमारे लिए एक बेहतरीन अर्थव्यवस्था बनाई। अगर हमें युद्ध एवं अन्य चीजों के साथ शुल्क से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है तो मैं युद्ध का जवाब शुल्क (कर) से देना चाहूंगा। मैं यही कहूंगा कि आप लोग लड़ना चाहते हैं, तो अच्छी बात है आप लड़िए। लेकिन, आप दोनों ही अमेरिका को 100 प्रतिशत शुल्क का भुगतान करेंगे। अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो शुल्क के कई उद्देश्य हैं। मैं यह नहीं कहता कि आप उनका पागलों की तरह इस्तेमाल करें। मैं कहता हूं कि उनका सही तरीके से इस्तेमाल करें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इससे देश को कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि इससे इस देश को पैसे मिलेंगे। हमें कभी भी पूरी ताकत से काम करने का मौका नहीं मिला क्योंकि हमने इससे पूर्व कोविड-19 महामारी से जंग लड़ी। हमने इसे बहुत अच्छे से, सफलतापूर्वक निपटाया। जब मैंने सत्ता की बागडोर जो बाइडन (निवर्तमान राष्ट्रपति) को सौंपी थी, तो शेयर बाजार कोविड-19 महामारी के आने से ठीक पहले की तुलना में अधिक था। शुल्क (कर), अगर सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए, तो यह न केवल आर्थिक रूप से, बल्कि अर्थशास्त्र के बाहर अन्य चीजों को प्राप्त करने के लिए भी एक बहुत शक्तिशाली उपकरण है।’’ साक्षात्कार के दौरान ट्रंप से पूछा गया था, ‘‘क्या आप ये शुल्क लगाने जा रहे हैं या यह सिर्फ बातचीत की रणनीति है?’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। कनाडा और विशेष रूप से मैक्सिको से हमारे देश में लाखों लोग आ रहे हैं। मैंने दोनों (कनाडा और मैक्सिको के नेताओं) से बात की। मैंने जस्टिन ट्रूडो से बात की। वह फोन पर बात होने के लगभग 15 सेकंड के भीतर ही ‘मार-ए-लागो’ (ट्रंप के स्वामित्व वाला निजी क्लब) के लिए रवाना हो गए। वह मार-ए-लागो में थे। हम रात्रिभोजन कर रहे थे और इस बारे में बात कर रहे थे।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘मैंने मैक्सिको के राष्ट्रपति और जस्टिन ट्रूडो से कहा, अगर यह नहीं रुका तो मैं आपके देश पर लगभग 25 प्रतिशत शुल्क लगाऊंगा।’’
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