बांग्लादेशी हिंदुओं को आजाद मुल्क दे दो; अत्याचारों को देखकर ब्रिटेन से उठी आवाज
- Bangladesh Hindus: बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी अत्याचारों को देखते हुए दुनियाभर से उनके समर्थन में आवाज उठ रही है। ब्रिटेन में लेबर पार्टी की नेता, बांग्लादेशी मूल की पुष्पिता ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनियाभर के नेता बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए एक आजाद देश की वकालत करें।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी अत्याचारों की गूंज दुनियाभर में सुनाई दे रही है। ऐसे में ब्रिटेन की लेबर पार्टी की नेता, बांग्लादेशी मूल की पुष्पिता गुप्ता ने बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए एक अलग आजाद देश की मांग की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में आजादी के बाद से ही हिंदुओं के ऊपर हमले होते रहे हैं, उनकी आबादी में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। अब हालात यह हो गए हैं कि उनके अस्तित्व पर ही संकट मंडराने लगा है।
न्यूज 18 को दिए इंटरव्यू में पुष्पिता ने कहा कि हसीना के सत्ता से जाने के बाद से ही हिंदुओं के ऊपर हमले बढ़ गए हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस इन हमलों को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं। आज वहां पर हिंदुओं की हालत सबसे खराब है। बांग्लादेश में पीएम मोदी के हस्तक्षेप की वकालत करते हुए पुष्पिता ने कहा कि बांग्लादेश की आबादी के 8 प्रतिशत हिंदू हैं और यह सभी मोदी का परिवार हैं। पीएम मोदी को उन्हें बचाने के लिए कोशिश करनी चाहिए।
पुष्पिता ने कहा कि आज मेरा पूरा परिवार लंदन में रहता है। मैं यहीं पर काम करती हूं लेकिन मैं आज भी अपनी मातृभूमि बांग्लादेश से जुड़ी हुई हूं। मैं लगभग हर साल बांग्लादेश घूमने के लिए जाती हूं। शेख हसीना के समय पर बांग्लादेश आर्थिक रूप से भी तरक्की कर रहा था और हिंदुओं की हालत भी ठीक थी। लेकिन तख्तापलट के बाद हालात पूरी तरह से बदल गए हैं। आज मैं और मेरे जैसे कई लोग बांग्लादेश नहीं जा सकते, अगर चले भी गए तो वहां पर सुरक्षित नहीं घूम सकते। उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश भारत सरकार से शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, जो कि भारत मना कर सकता है। क्योंकि अगर भारत ने हसीना को बांग्लादेशी सरकार को सौंपा तो उनकी जान को खतरा होगा।
लेबर पार्टी की नेता ने कहा कि बांग्लादेश में शुरुआत से ही हिंदुओं के हालात ठीक नहीं थे। मैं जब अपने परिवार के साथ वहां पर रहती थी तो मेरी मां वहां पर एक मंदिर में पूजा करने के लिए जाती थीं। लेकिन वहां के कई कट्टरपंथी लोगों को यह बात पसंद नहीं आती थी। एक दिन एक सिरफिरे ने उस मंदिर में बीफ फेंक दिया और उसे खंडित कर दिया। उस दिन के बाद हमारे परिवार के लिए बांग्लादेश कभी भी सुरक्षित नहीं रहा। मेरी मां ने मेरी बहनों के साथ मुझे बांग्लादेश से बाहर जाने के लिए प्रेरित किया। हम तो बाहर आ गए लेकिन मेरी मां को इस बात का इतना सदमा लगा कि वह उसके बाद ज्यादा दिन जिंदा नहीं रहीं। इन सब हालातों के बाद भी जब शेख हसीना सत्ता में आईं तो उन्होंने हिंदुओं की सुरक्षा करने का काम किया। लेकिन आज हालात फिर से वहीं है। पुष्पिता ने दुनियाभर के नेताओं से आह्वान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए एक अलग देश बना देना चाहिए।
पुष्पिता ने कहा कि अभी जो भी ब्रिटिश नेता भारत यात्रा पर जा रहे हैं। वह इस बात को लेकर पूरी तरह से स्पष्ट हैं कि बांग्लादेश में यूनुस की अंतरिम सरकार पूरी तरह से संविधान के खिलाफ है। ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए था। यहां तक की यूनुस सरकार के कई लोग खुद इस बात को कह चुके हैं कि उन्हें संविधान पर भरोसा नहीं है। बांग्लादेश के संविधान में भी अंतरिम सरकार को लेकर इस तरह का कोई प्रवाधान नहीं है। यूनुस केवल प्रदर्शन और ताकत के दम पर सत्ता पर बैठे हुए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।