Hindi Newsविदेश न्यूज़G20 Summit photoshoot pm modi and xi jinping was first row joe biden absent

जी-20 शिखर सम्मेलन के फोटोशूट में सबसे आगे दिखे PM मोदी, बाइडेन और ट्रूडो गायब; क्या वजह

  • जी-20 समिट के बाद जब नेताओं का फोटोशूट किया तो इसमें सबसे आगे पीएम नरेंद्र मोदी दिखे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग नजर आए, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो भी फोटोशूट से गायब रहे।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानTue, 19 Nov 2024 02:38 PM
share Share

ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ। 20 वर्ल्ड लीडरों ने संयुक्त घोषणापत्र में भुखमरी से लड़ने के लिए एक वैश्विक समझौते, युद्धग्रस्त गाजा के लिए अधिक सहायता और पश्चिम एशिया तथा यूक्रेन में शत्रुता को समाप्त करने का आह्वान किया। समिट के बाद जब नेताओं का फोटोशूट किया तो इसमें सबसे आगे पीएम नरेंद्र मोदी दिखे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग नजर आए, लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो भी फोटोशूट से गायब रहे। ये इसलिए भी चौंकाने वाला है, क्योंकि ब्राजील में आयोजित शिखर सम्मेलन बाइडेन का बतौर राष्ट्रपति आखिरी समिट था। अमेरिकी अधिकारियों ने इसके पीछे की वजह भी बताई है।

रियो डी जेनेरियो में जी-20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्थान पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्राजील के प्रधानमंत्री लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा थे। फोटोशूट में पीएम मोदी वैश्विक नेताओं के साथ हंसी-मजाक और बातचीत करते दिखे। अमेरिकी अधिकारियों ने इसके लिए "लॉजिस्टिक मुद्दों" को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि तस्वीर बहुत जल्दी ली गई थी, क्योंकि बाइडेन अभी भी कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ बैठक में थे।

एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, "उन्होंने यह फोटो सभी नेताओं के पहुंचने से पहले ही ले ली थी। इसलिए कई नेता वास्तव में वहां मौजूद नहीं थे।" बाइडेन और ट्रूडो के अलावा इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी फोटोशूट में शामिल नहीं हुए।

समिट में क्या हुआ

जी20 समिट में वैश्विक नेताओं ने गाजा में अधिक सहायता पहुंचाने और यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने का आह्वान किया। संयुक्त बयान को जी20 समूह के सदस्यों का बड़ी संख्या में समर्थन मिला, लेकिन पूरी तरह सर्वसम्मति नहीं मिली। इसमें अरबपतियों पर भविष्य के वैश्विक कर लगाने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का विस्तार अंतत: इसके पांच मौजूदा स्थायी सदस्यों से परे करने वाले सुधारों का भी आह्वान किया गया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें