बंदूक की नोंक पर नहीं मिटा सकते सीमा, फ्रांस-जर्मनी ने ट्रंप को चेताया; ग्रीनलैंड पर सुनाई खरी खोटी
ग्रीनलैंड एक स्वतंत्र देश नहीं है बल्कि वह यूरोपीय देश डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है। ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट इगा पहले ही कह चुके हैं कि ग्रीनलैंड उनके लोगों का है और वो बिकाऊ नहीं है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को फ्रांस और जर्मनी ने खूब खरी खोटी सुनाई है और साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि वह बंदूक की नोंक पर किसी भी देश की संप्रभुता को ना तो खत्म कर सकते हैं और न ही उसकी सीमा मिटा सकते हैं। यूरोपीय देशों की तरफ से बुधवार को यह टिप्पणी तब आई है, जब ट्रंप ने एक दिन पहले ही कहा कि वह हर हाल में ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाना चाहते हैं। ट्रंप ने इसके लिए सैन्य कार्रवाई करने तक की धमकी डे डाली थी।
बता दें कि ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से लगातार अपने पड़ोसी देशों को लेकर बयान दे रहे हैं और उन्हें अमेरिका में मिलाने की बात कर रहे हैं। ग्रीनलैंड, कनाडा और पनामा नहर को लेकर तीखे बयान दे रहे ट्रंप उन तीनों पर अमेरिकी कब्जे के अपने इरादे को जगजाहिर कर रहे हैं। एक ओर वो कनाडा को अमेरिका में मिलाने को लेकर बयान दे रहे हैं तो दूसरी ओर उन्होंने ग्रीनलैंड और पनामा नहर पर भी अमेरिका के कब्जे की बात कही है।
ग्रीनलैंड एक स्वतंत्र देश नहीं है बल्कि वह यूरोपीय देश डेनमार्क का एक स्वायत्त क्षेत्र है। ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट इगा पहले ही कह चुके हैं कि ग्रीनलैंड उनके लोगों का है और वो बिकाऊ नहीं है। अब फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने फ्रांस इंटर रेडियो से कहा, "विश्व में अन्य देशों को, चाहे वे कोई भी हों... अपनी संप्रभु सीमाओं पर हमला करने की अनुमति देने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।" उन्होंने कहा, "हम एक मजबूत महाद्वीप हैं। हमें खुद को और मजबूत करने की जरूरत है।"
बैरोट ने ग्रीनलैंड को यूरोपीय क्षेत्र बताया और कहा कि ग्रीनलैंड डेनमार्क के जरिए यूरोपीय यूनियन से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्रीनलैंड एक स्वशासित क्षेत्र है, लेकिन स्वायत्तता हासिल करने के बाद 1985 में यूरोपीय ब्लॉक से अलग हो गया। उधर, बर्लिन में भी जर्मन सरकार के प्रवक्ता स्टीफन हेबेस्ट्रेट ने ट्रम्प की टिप्पणी के जवाब में कहा कि “हमेशा की तरह, यहां भी वही पुराना सिद्धांत लागू होता है कि सीमाओं को कोई भी बलपूर्वक ना तो मिटा सकता है और न ही स्थानांतरित नहीं किया जाना चाहिए।”
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तब फिर से इस विवाद को हवा दे दी, जब उन्होंने पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर सैन्य हस्तक्षेप से इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि दोनों ही जगहों पर संयुक्त राज्य अमेरिका नियंत्रण करे। उन्होंने कहा, "हमें राष्ट्रीय सुरक्षा उद्देश्यों के लिए ग्रीनलैंड की आवश्यकता है।" उनकी यह टिप्पणी मंगलवार को उनके बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर द्वारा खनिज और तेल से समृद्ध ग्रीनलैंड की निजी यात्रा के बीच आई।
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