बाइडन को पंगा लेना पड़ा भारी, मस्क ने किया खेला, ट्रंप को जिताने में लगा दी जान
- पेंसिलवेनिया में रैली के दौरान हुए हमले में बचने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के सपोर्ट में कई लोग आए। उनमें से एक एलन मस्क भी थे, जिन्होंने खुले तौर पर ट्रंप का समर्थन करना शुरू कर दिया। इससे पहले एलन मस्क को डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थक माना जाता था।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अरबपति व्यापारी एलन मस्क खुले तौर पर डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते हुए नजर आए थे। टेस्ला के बॉस एलन मस्क ट्रंप के सपोर्ट में रैलियों में भी नजर आए, कई जगहों पर तो लोगों ने उन्हें ट्रंप का भाई भी कहना शुरू कर दिया था। डोनाल्ड ट्रंप ने भी मस्क का सम्मान करते हुए उन्हें सदी में एक बार पैदा होने वाला उद्योगपति बताया। लेकिन इतने जोर शोर के साथ ट्रंप का सपोर्ट करने वाले मस्क हमेशा से ट्रंप के साथ नहीं थे। उनके ट्रंप के सपोर्ट करने के पीछे कई वजहें भी नजर आती हैं।
पेंसिलवेनिया में रैली के दौरान हुए हमले में बचने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के सपोर्ट में कई लोग आए। उनमें से एक एलन मस्क भी थे, जिन्होंने खुले तौर पर ट्रंप का समर्थन करना शुरू कर दिया। इससे पहले एलन मस्क को डेमोक्रेटिक पार्टी का समर्थक माना जाता था। अपने पुराने पोस्टों में और इंटरव्यू में वह डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों का समर्थन करते हुए नजर आते थे।
डेमोक्रेट से रिपब्लिकन बने एलन मस्क
2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में कथित तौर पर एलन मस्क ने बाइडन के लिए मतदान किया था। मस्क ने 2022 में अपने डेमोक्रेटिक पार्टी से संबंधों को लेकर तब ट्विटर पर पोस्ट भी किया था कि उन्होंने 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में ओबामा का पुरजोर समर्थन किया था। इसके अलावा उन्होंने हिलेरी क्लिंटन के लिए भी चुनावी अभियानों में हजारों डॉलर का दान दिया था।
2020 में बाइडेन के समर्थन में वोट देने के बाद मस्क और बाइडन प्रशासन में चीजे बिगड़ने लगी। न्यूजवीक की रिपोर्ट के मुताबिक यह सब मस्क के ट्विटर के टेकओवर करने के बाद शुरू हुआ, जब मस्क ने पोस्ट किया कि अमेरिका का राष्ट्रपति एक डेमोक्रेटिक है इसलिए में कांग्रेस के लिए रिपब्लिकन पार्टी को वोट देने की अपील करता हूं। एजेंसी के मुताबिक उन्होंने ऐसा क्यों किया यह बहस का विषय है लेकिन मस्क ने यह पहली बार था कि रिपब्लिकन पार्टी का सपोर्ट खुले तौर पर किया था।
ट्रंप को लेकर मस्क के विचार इतने समर्थित पहले नहीं थे। 2016 में सीएनबीसी को दिए एक इंटरव्यू में खुलकर ट्रंप के चरित्र पर सवाल उठाए थे। लेकिन बाद में अपने इस अतीत को भुलाते हुए मस्क ने ट्रंप के सपोर्ट में आकर उनके लिए रैलियों में हिस्सा तक लिया। मस्क ने ट्रंप का सपोर्ट करने के कई कारण बताए इनमें सबसे बड़ा कारण ट्रंप को वोट करना यानि मंगल ग्रह के लिए वोट करना शामिल था।
बाइडन ठुकराया मस्क का प्रस्ताव
एलन मस्क की अंतरिक्ष और लिंग विचारधारा संबंधी सोच ट्रंप की विचारधारा के करीब है। इसके कारण उनके ट्रंप के खेमें में पहुंचने के कारण हैं। लेकिन इससे इतर ऐसा भी लगता है कि बाइडन ने अप्रत्यक्ष रूप से मस्क को नजरअंदाज किया, जिसके कारण मस्क ट्रंप के खेमे में चले गए।
इसका सबसे बड़ा उदाहरण 2021 में देखने को मिला जब बाइडन ने जनरल मोटर्स और फोर्ड के अधिकारियों का स्वागत करते हुए एक मीटिंग आयोजित की लेकिन उसमें इलेक्ट्रिक कार कि सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी टेस्ला को बुलाया ही नहीं। बाद ने मस्क ने इसके बारे में पोस्ट करते हुए लिखा कि अजीब है कि टेस्ला को आमंत्रित ही नहीं किया गया।
बाद की ब्रीफिंग में टेस्ला की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर, तत्कालीन व्हाइट हाउस प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, "ठीक है, हम निश्चित रूप से वाहन निर्माताओं के प्रयासों का स्वागत करते हैं जो भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन की क्षमता को पहचानते हैं और उन प्रयासों का समर्थन करते हैं जो राष्ट्रपति के लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेंगे।" , और निश्चित रूप से टेस्ला उन कंपनियों में से एक है। मुझे उम्मीद नहीं है कि यह आखिरी बार होगा जब हम स्वच्छ कारों और इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ने के बारे में बात करेंगे, और हम उस प्रयास में कई साझेदारों की उम्मीद करते हैं।
इन सब मामलों के अलावा बाइडेन प्रशासन और मस्क के बीच में कई बार और चीजों पर भी सहमति नहीं बनीं। मस्क ने जब ट्विटर का अधिग्रहण किया तो उन्होंने ट्रंप के अकाउंट को फिर से एक्टिव कर दिया और बाइडन सरकार के कहने पर भी रूसी समाचार एजेंसी को बैन करने के फैसले पर अमल करने से इनकार कर दिया। इस मामले पर मस्क ने कहा था कि अगर मेरे सिर पर बंदूक ही रख दी जाए तब शायद मैं यह फैसला लूं वरना ऐसा कभी नहीं होगा।
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