बंधकों को हमास से छुड़वाएंगे एलन मस्क? इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हार्जोग ने मिलाया फोन
- Elon Musk: हमास द्वारा बंधी बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई के लिए इजरायली राष्ट्रपति ने एलन मस्क को फोन मिलाया है। इजरायल जैसे मुख्य मुद्दे को मस्क द्वारा सीधे हैंडल करना ट्रंप प्रशासन में उनकी अहमियत को दर्शाता है।
अमेरिका के राष्ट्र्पति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के जीतने के बाद अरबपति एलन मस्क का कद बढ़ गया है। हमास द्वारा बंधक नागरिकों की रिहाई को लेकर अमेरिका का रुख जानने के लिए इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने एलन मस्क से बातचीत की। दोनों के बीच में हुई इस बातचीत में मुख्य रूप से संघर्ष विराम और बंधकों की सुरक्षित रिहाई के बारे में चर्चा हुई। डोनाल्ड ट्रंप की नई टीम में मस्क को बेहद महत्वपूर्ण व्यक्ति माना जा रहा है। युक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत करने करने के दौरान ट्रंप ने एलन मस्क को अपने साथ रखा था।
अमेरिकी अखबार सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक हर्जोग के करीबी ने बताया कि राष्ट्र्पति हर्जोग ने ट्रंप की टीम में अहम जिम्मेदारी संभालने वाले अरबपति व्यापारी एलन मस्क को फोन किया था। हर्जोग लगातार हमास और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर सुरक्षित संघर्ष विराम की कोशिश कर रहे हैं। मस्क के साथ बातचीत के दौरान भी उन्होंने यही मुद्दा उठाया। युद्ध के दौर में इजरायल के राष्ट्रपति का एलन मस्क को फोन लगाना यह साबित करता है कि ट्रंप की टीम में मस्क की भूमिका काफी बड़ी है।
इसके पहले एलन मस्क को लेकर दावा किया गया था कि उन्होंने अमेरिका और ईरान के बीच चल रही तनातनी को कम करने का प्रयास किया था। अपने इस प्रयास के सिलसिले में उन्होंने अमेरिका में ईरान के राजदूत से भी मुलाकात की थी। अपनी इस बैठक के दौरान ईरानी राजदूत ने ईरान पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों में छूट देने और तेहरान के साथ व्यापार करने का अनुरोध किया था। हालांकि दोनों ही पक्षों ने इस बैठक की पुष्टि नहीं की है।
दूसरी तरफ इजरायल भी लगातार अमेरिकी प्रशासन के साथ अपने बंधकों को छुड़ाने को लेकर प्रयास कर रहा है। क्योंकि इजरायली पीएम नेतन्याहू पर भी अपने बंधकों को छुड़ाने का दवाब है। हमास द्वारा बंधी बनाए गए लोगों को अभी तक न छुड़ा पाने के कारण घरेलू स्तर पर नेतन्याहू के खिलाफ माहौल बना हुआ है। ट्रंप ने बंधकों की रिहाई को सुनिश्चित न करने के लिए बाइडन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। इस मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि हम नए सिरे से बातचीत कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्दी ही इसमें सफल होंगे।
इजरायल और हमास का संघर्ष पिछले साल 7 अक्टूबर से शुरू हुआ था। जब हमास के आतंकियों ने इजरायल में घुसकर हमला शुरू कर दिया था। इस हमले में हमास ने इजरायल के 1200 लोगों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि करीब 251 लोगों को बंधी बनाकर अपने साथ गाजा ले गए। साल भर से चल रहे इस संघर्ष में इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों और अपने सैन्य अभियानों के दौरान दर्जनों लोगों को वहां से बाहर निकाल लिया है। लेकिन अभी भी कई दर्जन लोग वहां हमास के कब्जे में फंसे हुए हैं। इजरायल लगातार मध्यस्थों के जरिए इन बंधकों को रिहा करवाने की कोशिशों में लगा हुआ है।
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