सीजफायर के बावजूद नेतन्याहू की सेना का कहर, लेबनान में हमास के ठिकाने तबाह
- इजरायली सेन का कहना है कि यह हमले उन ठिकानों पर किए गए जो उसकी सुरक्षा के लिए खतरा थे। इससे एक दिन पहले, इजरायल ने दावा किया था कि उसने हिज्बुल्लाह के एक जासूसी ड्रोन को मार गिराया।
इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्ष विराम के बावजूद इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की सेना ने लेबनान के बेका घाटी में हमास के कई ठिकानों पर जबरदस्त हमला किया। इजरायली सेना ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि उसने कई आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें भूमिगत हथियार निर्माण केंद्र और सीरियाई-लेबनानी सीमा पर मौजूद तस्करी के ठिकाने शामिल थे।
अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सेन का कहना है कि यह हमले उन ठिकानों पर किए गए जो उसकी सुरक्षा के लिए खतरा थे। इससे एक दिन पहले, इजरायल ने दावा किया था कि उसने हिज्बुल्लाह के एक जासूसी ड्रोन को मार गिराया, जो इजरायली सीमा की ओर बढ़ रहा था। सेना ने इसे सीजफायर समझौते का उल्लंघन करार दिया और चेतावनी दी कि वह आतंकवादी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।
गौरतलब है कि इजरायली सेना को 26 जनवरी तक दक्षिणी लेबनान से पूरी तरह हटना था, लेकिन उसने इस डेडलाइन को नहीं माना और अब उसे 18 फरवरी तक की मोहलत दी गई है। हालांकि, इजरायल पहले ही साफ कर चुका है कि वह इस डेडलाइन का पालन करने के मूड में नहीं है, क्योंकि उसका आरोप है कि लेबनानी सेना ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की।
सीजफायर की शर्तों के मुताबिक, हिज्बुल्लाह को लितानी नदी के उत्तर में पीछे हटना था और लेबनानी सेना को दक्षिणी इलाकों में तैनात किया जाना था। इसके अलावा, हिज्बुल्लाह को अपने बचे हुए सैन्य ठिकाने भी खत्म करने थे। लेकिन हालिया हमले यह संकेत दे रहे हैं कि इजरायल इस समझौते को आगे और चुनौती दे सकता है, जिससे पूरे क्षेत्र में नया तनाव पैदा होने की आशंका बढ़ गई है।
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