कोरोना का नया वैरिएंट आया, 3 महीने में 27 देशों तक फैला; एक्सपर्ट्स से जानिए वैक्सीन कितनी कारगर
- Corona new variant XEC: कोरोना का नया वैरिएंट दुनिया में तेजी से फैल रहा है। इस नए वैरिएंट का नाम- XEC है। जून महीने में दस्तक के साथ महज तीन महीने में यह 27 देशों तक फैल चुका है।
Corona new variant XEC: कोरोना महामारी का खतरा अभी भी दुनिया में बना हुआ है। इसका नया वैरिएंट दुनिया में तेजी से फैल रहा है। इस नए वैरिएंट का नाम- XEC है। यह ओमिक्रॉन का नया सब वैरिएंट है और यूरोप में कहर बरपा रहा है। इसी साल जून में पहली बार इसकी पुष्टि हुई थी और तीन महीने से भी कम वक्त में यह 27 देशों में फैल चुका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कोरोना के अब तक के सभी सब वैरिएंट की तुलना में बहुत अधिक संक्रामक है। हालांकि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट के कारण वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है बाजार में उपलब्ध वैक्सीनों से इसके गंभीर परिणाम रोका जा सकता है। फिलहाल भारत में इस नए वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है।
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 का "सबसे अधिक संक्रामक" वैरिएंट यूरोप में तेजी से फैल रहा है। इस नए वैरिएंट को XEC कहा जा रहा है। बीबीसी के अनुसार , इस नए वैरिएंट की पुष्टि सबसे पहले इसी साल जून महीने में जर्मनी में हुई थी और तब से XEC वैरिएंट यूके, यूएस, डेनमार्क और कई अन्य देशों में फैल चुका है।
कितना खतरनाक है XEC वैरिएंट
XEC वैरिएंट ओमीक्रॉन सबवैरिएंट KS.1.1 और KP.3.3 का हाइब्रिड रूप है। यह वर्तमान में यूरोपीय देशों में तेजी से फैल रहा है। द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अब तक पोलैंड, नॉर्वे, लक्जमबर्ग, यूक्रेन, पुर्तगाल और चीन सहित 27 देशों के 500 नमूनों में XEC पाया गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि नया वैरिएंट विशेष तौर पर डेनमार्क, जर्मनी, यूके और नीदरलैंड में तेजी से फैल रहा है।
वैक्सीन कितनी कारगार
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में जेनेटिक्स इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर फ्रेंकोइस बॉलॉक्स ने बीबीसी को बताया कि XEC अन्य कोविड वैरिएंट की तुलना में "थोड़ा अधिक संक्रामक" है, फिर भी बाजार में उपलब्ध वैक्सीन से मरीज को गंभीर बचाया जा सकता है लेकिन, सर्दियों में XEC कोरोना का प्रमुख वैरिएंट बन सकता है। कैलिफोर्निया में स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के निदेशक एरिक टोपोल ने कहा कि XEC अभी शुरू ही हुआ है और इसके अपना विकराल और विनाशकारी प्रभाव दिखाने में कई सप्ताह या कुछ महीने लग सकते हैं। इससे पहले कि यह वास्तव में अपना कहर बरपाए और नई कोरोना लहर पैदा करे, इसकी जल्द रोकथाम की आवश्यकता है।" टोपोल ने आगे कहा, "XEC निश्चित रूप से तेजी से फैल रहा है। यूरोप के 22 देशों में इस नए वैरिएंट की दस्तक हो चुकी है। हालांकि इसके उच्च स्तर पर पहुंचने में अभी कई महीने और लग सकते हैं।"
XEC कोरोना वैरिएंट के लक्षण
XEC वैरिएंट के लक्षण पिछले कोविड वैरिएंट की तरह की हैं। इस नए वैरिएंट से पीड़ित इंसान में बुखार, गले में खराश, खांसी, गंध महसूस न होना, भूख न लगना और शरीर में दर्द जैसे प्राथमित लक्षण शामिल हैं। अब चूंकि यह ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट है। इसलिए विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन और बूस्टर शॉट्स से इसके गंभीर परिणामों को रोका जा सकता है। इसके अलावा, अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने लोगों को स्वच्छता बनाए रखने और खुद का ध्यान रखने की सलाह दी है। इसके अलावा, वैज्ञानिकों को इसके लक्षणों को बेहतर ढंग से समझने के लिए XEC की अधिक बारीकी से निगरानी करने का अनुरोध किया है।
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