ताइवान कुछ भी बोले, फर्क नहीं पड़ता और जारी रहेगा एकीकरण; चीन की दो टूक
- माओ निंग ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे क्या बोलते हैं या क्या करते हैं। लाई चिंग-ते प्राधिकरण इस तथ्य को नहीं बदल सकते हैं कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारे एक ही चीन के हैं।
चीन ने एक बार फिर से ताइवान को साफ शब्दों में कड़ा संदेश दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि ताइवानी राष्ट्रपति लाई चिंग-ते के बयान चीन के एकीकरण को नहीं रोक पाएंगे। निंग ने गुरुवार को लाई के भाषण पर जोर देते हुए कहा कि ताइवान की संप्रभुता पर कोई कब्जा या अतिक्रमण नहीं होना चाहिए। दुनिया में एक ही चीन है। ताइवान चीनी क्षेत्र का अविभाज्य हिस्सा है। पीपुल्स रिपब्लिक की सरकार चीन की एकमात्र कानूनी सरकार पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करती है।
माओ निंग ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे क्या बोलते हैं या क्या करते हैं। लाई चिंग-ते प्राधिकरण इस तथ्य को नहीं बदल सकते हैं कि ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों किनारे एक ही चीन के हैं। निंग ने कहा, 'स्वतंत्रता हासिल करने और उकसावे की कोशिशें कहीं नहीं ले जाएंगी।' प्रवक्ता ने कहा कि लाई ने व्यक्तिगत राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर ताइवान जलडमरूमध्य के दोनों पक्षों के बीच ऐतिहासिक संबंधों में दरार उत्पन्न किया है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया।
दुनिया में केवल एक ही चीन है, बोले माओ निंग
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दुनिया में केवल एक ही चीन है, ताइवान चीन का एक अविभाज्य हिस्सा है। पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार संपूर्ण चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र वैध सरकार है। उन्होंने ताइवान और बीजिंग के साथ राजनयिक संबंध बनाए रखने वाले देशों के बीच किसी भी आधिकारिक संपर्क पर चीन के दृढ़ विरोध को भी दोहराया। गौरतलब है कि अगस्त 2022 की शुरुआत में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की तत्कालीन अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के द्वीप के दौरे के बाद से ताइवान के आसपास की स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई है।
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