चीन में दुल्हन की कमी! 3.5 करोड़ पुरुषों को नहीं मिल रहा जीवनसाथी, अब दूसरे देशों का रुख
- चीन इन दिनों जनसंख्या को लेकर कई दिक्कतों से जूझ रहा है। देश में बुजुर्ग होती जनसंख्या के बीच विवाह के लिए लड़कियों की कमी हो रही है। चीन के 35 मिलियन 'बचे हुए पुरुषों' के पास अब विदेशी दुल्हनों का ही विकल्प बचा है।
चीन इन दिनों जनसंख्या को लेकर कई चुनौतियों से जूझ रहा है। बुजुर्ग होती आबादी और देश में घटते जन्म दर से निपटने की कोशिश में लगे चीन पर एक और मुसीबत आन पड़ी है। देश के लगभग 35 मिलियन यानी 3.5 करोड़ पुरुष ऐसे हैं जो बचे हुए हैं या जिनके लिए दुल्हन की कमी हो गई है। एक रिपोर्ट में इसे लेकर दिलचस्प दावे किए गए हैं। ज़ियामेन विश्वविद्यालय के एक एसोसिएट प्रोफेसर ने इस रिपोर्ट में संभावित समाधान के रूप में अंतर्राष्ट्रीय विवाहों को बढ़ावा देने का प्रस्ताव दिया है। तेजी से प्रसिद्ध हो रहे इस रिपोर्ट को लेकर विवाद भी हो रहा है।
समस्या की जड़
चीन में लैंगिक असमानता का यह दौर देश की दशकों पुरानी ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ के बाद से शुरू हुआ है। इस नियम की वजह से देश का लिंग अनुपात बिगड़ गया। 2020 में की गई राष्ट्रीय जनसंख्या जनगणना के अनुसार फिलहाल देश में महिलाओं की तुलना में पुरुषों की संख्या लगभग 3.4 करोड़ अधिक है। इंस्टीट्यूट फॉर चाइना रूरल स्टडीज की एक हालिया रिपोर्ट में यह बताया गया है कि किस तरह ग्रामीण इलाकों में रहने वाले युवा पुरुषों को जीवनसाथी ढूंढने में दिक्कतें आ रही हैं। दुल्हन की कीमतों में बढ़ोतरी और पारंपरिक विवाह की घटती मान्यता, इस संकट के सबसे प्रमुख कारणों में से एक है।
अंतर्राष्ट्रीय शादी
डिंग चांगफा नाम के प्रोफेसर ने इस संकट से निकलने के लिए अंतर्राष्ट्रीय विवाहों को बढ़ाने से सुझाव दिया है। इसमें युवाओं को रूस, कंबोडिया, वियतनाम और पाकिस्तान जैसे देशों से दुल्हन लाने पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। उन्होंने बताया, "ग्रामीण चीन में लगभग 3.5 करोड़ 'बचे हुए पुरुष' हैं। इस पुरुषों पर दुल्हन के लिए घर, कार और 500,000 से 600,000 युआन की कीमत चुकाने का दबाव होता है। चीनी पुरुषों के बीच अंतर्राष्ट्रीय विवाहों की बढ़ती प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हुए डिंग ने कहा, "इस मुद्दे को हल करने में विदेशों से योग्य युवा महिलाओं शामिल किया जा सकता है।"
मैचमेकिंग का चलन
जैसे-जैसे लैंगिक असमानता बढ़ रही है कुछ पेशेवर मैचमेकर्स ने विशेष रूप से चीनी पुरुषों को रूस की महिलाओं से जोड़ने के उद्देश्य से मैचमेकिंग सेवाएं देना शुरू कर दिया है। तेजी से प्रचलित होता यह तरीका दोनों देशों के बीच लैंगिक असमानता के अंतर को कम करने की कोशिश करता है। गौरतलब है कि रूस में महिलाओं की जनसंख्या पुरुषों से ज्यादा है।
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