Hindi Newsविदेश न्यूज़Cheating on your spouse is no longer a crime in New York with the repeal of a little known 1907 law

अपने पार्टनर को धोखा देना अपराध नहीं; अमेरिकी कोर्ट ने बदल दिया 100 साल पुराना कानून

  • अमेरिका की एक कोर्ट ने फैसला सुनाया है कि न्यूयॉर्क में अपने जीवनसाथी को धोखा देना अब अपराध नहीं है। कोर्ट ने 1907 के एक कानून को निरस्त कर दिया है।

Jagriti Kumari लाइव हिन्दुस्तान, न्यूयॉर्कSat, 23 Nov 2024 09:15 AM
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अमेरिका के न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने शुक्रवार को सौ साल से भी ज्यादा पुराने कानून को निरस्त कर दिया है। इसके बाद अब यहां अपने जीवनसाथी को धोखा देना अपराध के तहत नहीं आएगा। गवर्नर कैथी होचुल ने 1907 में बने इस कानून को निरस्त करने वाले एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए। एडल्ट्री यानी अपने साथी के अलावा किसी और से संबंध रखने को लेकर पिछले कई सालों से यह बहस जारी है कि इसे अपराध की श्रेणी में रखा जाए या नहीं। अमेरिका की कई राज्यों में एडल्ट्री पर प्रतिबंध को लेकर सख्त कानून है। इसे उस वक्त बनाया गया था जब पति या पत्नी के धोखा देने को साबित करना ही कानूनी तलाक पाने का एकमात्र तरीका था। कानून का मकसद देश में तलाकों की संख्या को कम करना था। कुछ राज्यों ने बीते कुछ सालों में ऐसे कानूनों को खत्म करने के लिए कदम उठाए हैं।

विधेयक को मंजूरी देते हुए गवर्नर ने कहा, “मैं अपने पति के साथ 40 साल तक एक अच्छा विवाहित जीवन जीने के लिए भाग्यशाली रही हूं। इसीलिए मेरे लिए एडल्ट्री को अपराध मुक्त करने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर करना थोड़ा विडंबनापूर्ण है। मैं जानती हूं कि लोगों के बीच अक्सर जटिल रिश्ते होते हैं।" उन्होंने कहा, "इन मामलों को आपसी बातचीत से सुलझाने चाहिए न कि हमारी न्याय प्रणाली द्वारा। आइए इस बेतुके, पुराने कानून को हमेशा के लिए खत्म किया जाए।”

न्यूयॉर्क में एडल्ट्री की परिभाषा के मुताबिक जब कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के साथ उस समय यौन संबंध बनाता है जब उसका कोई जीवित जीवनसाथी होता है, या दूसरे व्यक्ति का कोई जीवनसाथी होता है तो उसे धोखा माना जाता है ।” न्यूयॉर्क टाइम्स के एक लेख के अनुसार इस कानून का कई बार इस्तेमाल किया जा चुका है जिसमें तीन साल तक जेल की सजा दी जाती थी। बिल लाने वाले विधानसभा सांसद चार्ल्स लैविन ने कहा कि 1970 के दशक से इस कानून के तहत लगभग एक दर्जन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं और उनमें से केवल पांच मामलों में दोष साबित हुआ है। उन्होंने कहा, “कानून हमारी रक्षा करने और असामाजिक व्यवहार को रोकने के लिए होते हैं। यह कानून किसी भी उद्देश्य को पूरा नहीं करता है। इसका आखिरी बार 2010 में इस्तेमाल किया गया था।”

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