भारत के 'दुश्मन' से बांग्लादेश बढ़ा रहा नजदीकी, इंडिया के लिए टेंशन? यूनुस की क्या है रणनीति
- बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ सीधी फ्लाइट शुरू करने का फैसला किया है। पाकिस्तान में बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने की घोषणा की।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद नई दिल्ली और ढाका के बीच रिश्तों में खटास आई है। हजारों हिंदुओं को हिंसा का सामना करना पड़ा, जिससे हालात और बिगड़ गए। अब बांग्लादेश उस देश से नजदीकी बढ़ा रहा है, जिसे भारत में दुश्मन की नजरों से देखा जाता है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान की। बांग्लादेश और पाकिस्तान धीरे-धीरे करीब आ रहे हैं। बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ सीधी फ्लाइट शुरू करने का फैसला किया है। पाकिस्तान में बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें शुरू करने की घोषणा की।
'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के अनुसार, मोहम्मद इकबाल हुसैन ने पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच गहरे और ऐतिहासिक संबंधों पर जोर दिया तथा यात्रा और संपर्क को सुविधाजनक बनाने के लिए सीधी उड़ानें शुरू करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से पर्यटन, शिक्षा और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। हालांकि, सीधी उड़ानों के लिए कोई समयसीमा घोषित नहीं की गई। बांग्लादेश में, शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ होने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। हाल में बांग्लादेश के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने पाकिस्तान का दौरा किया था और रक्षा क्षेत्र में सहयोग की संभावना तलाशने के लिए शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ अलग-अलग बैठक की थी।
क्या है मोहम्मद यूनुस की रणनीति?
पिछले साल बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके चलते पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर भारत आना पड़ा। इसके बाद मोहम्मद यूनुस को कमान दी गई, लेकिन तब से पड़ोसी देश में स्थिति खराब हो गई। हिंदुओं के खिलाफ सड़कों पर अत्याचार होने लगा। कई हिंदुओं की जान ले ली गई, सरकारी नौकरियों से जबरन इस्तीफा भी लिया जाने लगा। इसके चलते यूनुस की दुनियाभर में थू-थू होने लगी। तमाम देश अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग करने लगे। चारों ओर खुद पर उठते सवाल को देखते हुए यूनुस की पाकिस्तान से उम्मीद जगी और दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया। पाकिस्तान में भी हिंदुओं के खिलाफ जमकर हिंसा होती रही है और उनकी संख्या में कमी आई है। जानकारों का मानना है कि यूनुस की रणनीति है कि वह पाकिस्तान से दोस्ती बढ़ाए ताकि उसे एशिया में एक नया दोस्त मिल जाए, जोकि जरूरत लगने पर उसके कुछ काम आ सके।
पाकिस्तान-बांग्लादेश दोस्ती भारत के लिए टेंशन?
किसी भी देश के लिए अच्छे पड़ोसी होना बहुत जरूरी होता है। भारत के अपने कई पड़ोसियों के साथ रिश्ते अच्छे नहीं हैं। पाकिस्तान और चीन से पहले ही भारत के संबंध खराब रहे हैं और अब हसीना की सत्ता जाने के बाद बांग्लादेश से संबंधों में खटास आ गई है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच बढ़ी दोस्ती भारत के लिए किसी टेंशन से कम नहीं है। हिंदुओं को प्रताड़ित करके बांग्लादेश की नई सरकार ने संकेत दे दिया है कि उसके कार्यकाल में भारत से तनाव जारी रहने वाला है। ऐसे में यदि पाक और बांग्लादेश करीब आते हैं तो दोनों देशों को भारत के खिलाफ साजिश रचने के लिए एक-दूसरे की मदद मिल जाएगी, लेकिन भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचना बांग्लादेश और पाक जैसे देशों के लिए इतना आसान नहीं रहने वाला है, क्योंकि भारत की ताकत दोनों ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के ज्यादातर देशों से कहीं अधिक है।
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