Hindi Newsविदेश न्यूज़70 thousand drugs found in us yarn shipment from India

अमेरिका में भारत से पहुंची धागे की खेप में मिलीं 70 हजार नशीली गोलियां, ड्रग्स तस्करी का बड़ा मामला

  • इन गोलियों को कैलिफोर्निया के ब्यूना पार्क स्थित एक पते पर भेजा जाना था। इन गोलियों के सेवन पर अमेरिका में पाबंदियां हैं और डॉक्टरी मशविरे के बिना इन्हें खरीदने या सेवन करने की मनाही है। ऐसे में यह मामला ड्रग्स तस्करी का भी हो सकता है। धागे के माल में इस तरह से गोलियां मिलना चिंताजनक है।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, वॉशिंगटन, भाषाWed, 29 Jan 2025 11:21 AM
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अमेरिका में भारत से पहुंची धागे की खेप में मिलीं 70 हजार नशीली गोलियां, ड्रग्स तस्करी का बड़ा मामला

अमेरिका में भारत से सप्लाई की गई धागे की खेप में 70 हजार गोलियां बरामद की गई हैं। इन गोलियों की कीमत 33,000 अमेरिकी डॉलर बताई जा रही है। अमेरिका के सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा विभाग ने इस बात की जानकारी दी है। विभाग का कहना है कि उसने इन गोलियों को धागे की खेप के बीच में से ही बरामद किया है। इन गोलियों को कैलिफोर्निया के ब्यूना पार्क स्थित एक पते पर भेजा जाना था। इन गोलियों के सेवन पर अमेरिका में पाबंदियां हैं और डॉक्टरी मशविरे के बिना इन्हें खरीदने या सेवन करने की मनाही है। ऐसे में यह मामला ड्रग्स तस्करी का भी हो सकता है। धागे के माल में इस तरह से गोलियां मिलना चिंताजनक है।

जोलपिडेम टार्ट्रेट नामक इन गोलियों को औषधि प्रवर्तन प्रशासन द्वार नियंत्रित पदार्थों की सूची में शामिल किया गया है। ये नशीली दवाओं में आती हैं और कई बार लोग नींद की गोलियों के रूप में भी इन्हें इस्तेमाल करते हैं। ड्रग्स की लत वाले लोग भी इन गोलियों को खरीदते हैं। डॉक्टरों द्वारा अनिद्रा के इलाज के लिए मरीजों को यह दवा दी जाती है। लेकिन अकसर इनके बेजा इस्तेमाल की भी शिकायतें आती हैं। इसी के चलते इनकी बिक्री को लेकर नियंत्रण रखने के प्रयास किए जाते हैं। सीबीपी के अधिकारियों ने 17 दिसंबर को वॉशिंगटन डलेस हवाई अड्डे के पास एक एयर कार्गो गोदाम में काले धागे के 96 रोल की खेप की जांच की।

उन्होंने काले धागे के 96 स्पूल में से प्रत्येक के अंदर कुल 69,813 गोलियां छिपाई हुई पाईं। मीडिया से विभाग ने बताया कि इन गोलियों का मूल्य करीब 33,000 अमेरिकी डॉलर है। वॉशिंगटन डीसी के क्षेत्रीय बंदरगाह के लिए सीबीपी की क्षेत्रीय बंदरगाह निदेशक क्रिस्टीन वॉ ने कहा, ‘यह अमेरिका में बड़ी मात्रा में प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की तस्करी करने का एक प्रयास था, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी अमेरिकी प्रशासन से उसे बचाया नहीं जा सका। बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ड्रग्स की तस्करी को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने इस मामले में चीन, मेक्सिको और कनाडा पर निशाना साधा था।

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