हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन पर संकट, NDRF की तैनाती; हेल्पलाइन नंबर जारी
आपदा की स्थिति होने पर सभी 12 जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 1070 एवं 1077 पर दी जा सकती है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार तीसरे दिन तेज बारिश का सिलसिला जारी है। भारी वर्षा से राज्य में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टों में भी भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। छह जिलों चम्बा, कूल्लु, शिमला, सिरमौर, सोलन और मंडी में बाढ़ की चेतावनी दी गई है।राजधानी शिमला समेत राज्य के तमाम जिलों में सोमवार तड़के से ही मूसलाधार बरसात हो रही है और इसका असर सामान्य जनजीवन पर देखने को मिला है।
व्यापक वर्षा को देखते हुए सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों में आज व कल के लिए अवकाश घोषित किया है। इसके अलावा हिमाचल हाईकोर्ट और सभी जिला अदालतों में भी आज अवकाश कर दिया गया है। राज्य सरकार ने आपदा से निपटने के लिए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है। बाहरी राज्यों से आये कई सैलानी राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे हैं। शासन ने आपदा की स्थिति होने पर सभी 12 जिलों में हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है। किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के टोल फ्री नंबर 1070 एवं 1077 पर दी जा सकती है।
एनडीआरएफ ने नदी किनारे फंसे छह सैलानी बचाए
भारी वर्षा से राज्य भर में हो रहे नुकसान को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग से लेकर एनडीआरएफ की टीमें भी सतर्क हैं। लगातार हो रही वर्षा से नदी-नाले उफान पर हैं। बीती रात मंडी जिला के नागवाईं में उफनती ब्यास नदी के किनारे छह सैलानी फंस गए। एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी सैलानियों को सुरक्षित निकाला। बचाये गए सैलानियों में जम्मू-कश्मीर के सांबा जिला के अजय शर्मा, अरुण शर्मा, मनीष शर्मा व रोशन लाल और आसाम के अनुज व विष्णु शामिल हैं।
सड़क, बिजली पानी सब ठप्प
मूसलाधार वर्षा की वजह से जगह-जगह हो रहे भूस्खलन से राज्य में परिवहन, बिजली औऱ पेयजल आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक़ सोमवार सुबह तक राज्य भर में 828 सड़कें, 4686 बिजली ट्रांसफार्मर और 785 पानी की स्कीमें बंद हो गई हैं। मंडी, कुल्लू और सिरमौर जिला में तीन नेशनल हाइवे भी भूस्खलन से अवरुद्ध हैं। मंडी जिला में 203, कुल्लू में 164, सिरमौर में 137, शिमला में 122, लाहौल-स्पीति में 88, सोलन में 77, ऊना में 14, बिलासपुर में 13 सड़कें बंद हैं। कुल्लू जिला में 1849 ट्रांसफार्मरों के खराब पड़ जाने से बिजली गुल हो गई है। सोलन में 709, मंडी में 643, शिमला में 551, सिरमौर में 473, लाहौल- स्पीति में 272, ऊना में 97 और किन्नौर में 89 ट्रांसफार्मर बंद हैं। शिमला में पानी की 484 स्कीमें बंद होने से जलापूर्ति प्रभावित हुई है। बिलासपुर में 87 और मंडी में 75 पानी की स्कीमें ठप हैं।
नैनादेवी और धर्मशाला में सबसे ज्यादा वर्षा
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बिलासपुर जिला के नैनादेवी में सबसे ज्यादा 198 मिमी वर्षा हुई है। इसी तरह कांगड़ा के धर्मशाला में 191, देहरा गोपीपुर में 175, ऊना में 169, सोलन में 165, धौलाकुआं में 161, रोहड़ू में 160, नाहन में 138, मंडी में 118 और पालमपुर में 105 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है।
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