हिमाचल में जीत दर्ज करने वाले कौन हैं वो तीन निर्दलीय उम्मीदवार, जिनकी बगावत BJP पर पड़ी भारी
Himachal Election Result: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों को बागियों की चुनौती का सामना करना पड़ा है। फिलहाल तीन सीटें ऐसी हैं जहां से भाजपा के बागी निर्दलीय के रूप में विजयी हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस ने विधानसभा की 68 में से 40 सीटें जीत कर भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया। भाजपा के खाते में केवल 25 सीटें मिलीं। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों को बागियों की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। कई सीटें ऐसी रहीं जहां बागियों के चलते दोनों दलों को नुकसान उठाना पड़ा। बागी उम्मीदवार निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में थे। हालांकि सूबे की केवल तीन सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। दिलचस्प यह कि इन निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीनों सीटों पर भाजपा को हराने का काम किया।
देहरा सीट से होशियार सिंह विजयी
देहरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार होशियार सिंह ने कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजेश शर्मा को 3,877 मतों से हरा दिया। होशियार सिंह मतदान से पहले भाजपा में थे, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर दी थी। जाहिर है उन्होंने यहां भाजपा को तगड़ी चोट पहुंचाई। देहरा सीट (Dehra Seat) कांगड़ा जिले के तहत आती है। BJP ने इस सीट से रमेश ध्वाला (BJP Ramesh Chand Dhawala) को चुनाव मैदान में उतारा था। रमेश ध्वाला की गिनती कद्दावर नेताओं में होती है। वह कांगड़ा जिले की ज्वालामुखी सीट से चुनाव लड़ते आ रहे थे।
भाजपा का प्रयोग रहा असफल
रमेश ध्वाला ने साल 2017 के चुनाव में ज्वालामुखी सीट से जीत दर्ज की थी। भाजपा ने इस बार उन्हें देहरा सीट से मैदान में उतार दिया था। रमेश ध्वाला ने वर्ष 1998 में सूबे में भाजपा की सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाई थी। दरअसल, 1998 के विधानसभा चुनाव में रमेश ध्वाला निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते थे। वह कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा के खेमे में पहुंच गए थे। वहीं होशियार सिंह ने साल 2017 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीता था। बाद में भाजपा में शामिल हो गए। इस बार देहरा से टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय लड़ा था।
हमीरपुर सीट पर आशीष शर्मा विजयी
भाजपा के बागी एवं निर्दलीय उम्मीदवार आशीष शर्मा ने हमीरपुर सीट पर जीत दर्ज की। आशीष शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार पुष्पेन्द्र वर्मा को 12,899 मतों के अंतर से हराया। आशीष शर्मा को 25916 वोट मिले थे। कांग्रेस के पुष्पेन्द्र वर्मा को 13017 जबकि भाजपा के नरेंद्र ठाकुर को 12794 वोट मिले। जाहिर है इस सीट पर भी भाजपा अपने बागी उम्मीदवार के कारण हार गई।
भाजपा के बागी केएल ठाकुर ने दिखाया दम
नालागढ़ विधानसभा सीट से भाजपा के बागी केएल ठाकुर ने जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी हरदीप सिंह बावा को 13,264 मतों से हराया। मालूम हो कि केएल ठाकुर ने 2012 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था, लेकिन साल 2017 में वह हार गए थे। इस बार भाजपा ने उनको टिकट नहीं दिया था। भाजपा ने दो बार कांग्रेस के विधायक रहे लखविंदर सिंह राणा को टिकट दे दिया था। राणा चुनाव से पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। राणा को महज 17273 वोट मिले थे। यानी इस सीट पर भी भाजपा के बागी ने उसे चोट पहुंचाई।
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