हिमाचल प्रदेश में छाया अंधेरा! खराब हो गए 1235 ट्रांसफार्मर; 132 सड़कें अब भी बंद
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का कहर लगातार जारी है। यहां बारिश के कारण प्रदेश में अंधेरा सा छाया हुआ है। हिमाचल में 12 से ज्यादा ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं और 132 सड़कें अब भी बंद हैं।
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाया है। शुक्रवार की रात को राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई। रामपुर के समेज में 17 दिन पहले बाढ़ से हुई भारी तबाही के बाद एक बार फिर इस इलाके में बाढ़ ने कहर बरपाया है। रामपुर उपमण्डल में बादल फटने की घटना सामने आया है। रामपुर के तकलेच में बीती रात बादल फटने से आए सैलाब ने लोगों को डरा दिया है। जान बचाने के लिए लोग रात को अपने घरों को छोड़कर भागे। इस दौरान प्रदेश में 1235 ट्रांसफार्म खराब हो गए हैं। मौसम विभाग ने भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया है।
बादल फटने की घटना रामपुर के तकलेच पंचायत के अंतर्गत डमराली में हुई है। इससे यहां के नाले में बाढ़ आ गई औऱ कई घर खतरे की जद में आ गए। सड़क का करीब 30 मीटर हिस्सा सैलाब में बह गया, जिससे इलाके में परिवहन सुविधा ठप पड़ गई है। शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी देर रात नोगली पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए कश्यप ने कहा कि इस घटना से अभी तक जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। जिला प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि डमराली और तकलेच के कारण देर शाम को भारी बारिश हुई। जिस कारण तकलेच के ऊपर वाले हिस्से डमराली में बादल फटने से पानी का भारी सैलाब साथ लगते नाले में आ गया। जिस वक्त यह सैलाब आया तकलेच वासियों ने इस नाले की गड़गड़ाहट साफ सुनी। लोग घरों से बाहर निकल गए। इसी वजह से विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गई। डमराली स्थित मोबाइल टावर भी बंद हो गया। इस कारण यहां की छह पंचायत का मोबाइल सिग्नल प्रभावित हो चुका है।
रामपुर के एसडीएम निशांत तोमर ने बताया कि मौके पर बचाव टीम नहीं पहुंच पाई है क्योंकि एक जगह से सड़क टूट गई है। लेकिन स्थानीय पंचायत प्रधान से फोन पर बात हुई और उन्होंने किसी भी प्रकार से जानी नुकसान की सूचना को लेकर इंकार किया है।
इस बीच भारी वर्षा की वजह से राज्य में कई सड़कें बंद हो गई हैं और भारी संख्या में ट्रांसफार्मरों के बंद पड़ने से बिजली आपूर्ति ठप है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक भूस्खलन से राज्य भर में दो नेशनल हाइवे व 132 सड़कें बंद हैं। सिरमौर जिला में एनएच 707 और किन्नौर जिला के निगुलसरी में एनएच-5 अवरुद्ध है। इसके अलावा 1235 ट्रांसफार्मरों के ठप पड़ने से कई इलाके का अंधेरे में डूब गए हैं। मंडी जिला में 351, कुल्लू में 309, ऊना में 290 और हमीरपुर में 212 ट्रांसफार्मर खराब हुए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार बीते 24 घंटों में बिलासपुर जिला के नैना देवी में सर्वाधिक 110 मिमी वर्षा हुई है। इसके अलावा हमीरपुर में 80, ऊना व गोहर में 70-70, पालमपुर में 68 और बागी में 48 मिमी वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने लाहौल स्पीति, चम्बा, हमीरपुर, ऊना, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में अगले 24 घण्टे भारी वर्षा को लेकर आगाह किया है। वहीं पांच जिलों चम्बा, कांगड़ा, मंडी, शिमला व सिरमौर में रविवार तक फ्लैश फ्लड की चेतावनी दी गई है। विभाग के मुताबिक आगामी 23 अगस्त तक राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा का ‘येलो अलर्ट’ रहेगा।
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