Notification Icon
Hindi Newsहिमाचल प्रदेश न्यूज़शिमलाHimachal pradesh stopped due to heavy rain 95 roads closed next week weather forecast

भारी बारिश से थम गया हिमाचल! 95 सड़कें बंद; अगले 3 दिन मौसम कैसा

हिमाचल प्रदेश में बारिश का असर लगातार देखने को मिल रहा है। बारिश के कारण प्रदेश में 8 दर्जन सड़कें बंद हो गई हैं। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन भारी बारिश की संभावना जताई है।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तानSun, 18 Aug 2024 10:31 AM
share Share

हिमाचल प्रदेश में बारिश से दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं और भूस्खलन से बंद कई सड़कें अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं। इससे अलग-अलग इलाकों में रास्ता प्रभावित हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले तीन दिन भारी वर्षा की चेतावनी दी है। इसे लेकर मैदानी और मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को एक नेशनल हाइवे और 95 सड़कें भूस्खलन से ठप रहीं। इसके अलावा 47 बिजली ट्रांसफार्मर और 35 पेयजल स्कीमें भी ठप हैं।

कुल्लू जिला में 33, मंडी में 23, कांगड़ा में 10, चम्बा व किन्नौर में दो-दो, हमीरपुर और ऊना में एक-एक सड़क बंद हैं। किन्नौर के निगुलसरी में एनएच-5 भी बाधित है। वहीं बारिश के कारण बिलासपुर जिला में कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर भराड़ी पुल का एक एक्सप्रेशन जॉइंट लूज हो गया है। इसके बाद यातायात को वन वे किया गया है। इस फोरलन को बने अभी एक साल ही हुआ है।

भारी वर्षा से शिमला के रामपुर उपमंडल में 29 ट्रांसफार्मरों के खराब होने से बिजली गुल है। कुल्लू जिला में छह, किन्नौर के निचार में पांच, चम्बा में तीन, कांगड़ा व मंडी में दो-दो ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। कुल्लू में 19, शिमला में 11 औऱ बिलासपुर में पांच पेयजल।स्कीमें ठप रहने से पेयजल आपूर्ति पर असर पड़ा है।

राजधानी शिमला में रविवार को धूप खिली लेकिन दोपहर को मौसम ने करवट ली और झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। बादलों के बरसने से मौसम ठंडा हो गया। बीते 24 घण्टों के दौरान शिमला जिला के खदरला में सबसे ज्यादा 26 मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है। घमरूर में 24, कसौली में 12, भराड़ी में 11, शिमला में 10 औऱ नाहन में नौ मिमी वर्षा हुई।

मानसून सीजन में 1140 करोड़ का नुकसान, 215 मौतें

प्रदेश में मानसून से भारी तबाही हुई है। मानसून ने 27 जून को दस्तक दी थी और तब से अब तक 1140 करोड़ का नुकसान हुआ है। लोकनिर्माण विभाग में सबसे ज्यादा 502 करोड़ औऱ जलशक्ति विभाग में 469 करोड़ की क्षति हुई है। मानसून सीजन में वर्षा जनित हादसों में 215 लोगों की मौत हुई है वहीं 33 लापता हैं। इनमें 93 लोगों की सड़क हादसों में जान गई है। 33 लोगों की ऊंचाई से फिसलने, 24 लोगों की बहने, 12 लोगों की करंट लगने, 18 लोगों की बादल फटने, छह लोगों की बाढ़ व तीन लोगों की भूस्खलन की चपेट में आने से मृत्यु हुई है।

रिपोर्ट : यूके शर्मा

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें