Notification Icon
Hindi Newsहिमाचल प्रदेश न्यूज़himachal pradesh heavy rainfall alert imd issue yellow alert 73 roads blocked

हिमाचल में रफ्तार पकड़ेगा मानसून, भारी बारिश का येलो अलर्ट, भूस्खलन से 73 सड़कें बंद

प्रदेश में पिछले दिनों मुसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह हुए भूस्खलन से कई सड़कें अवरुद्ध हो गई थीं।

Aditi Sharma लाइव हिन्दुस्तान, शिमलाSat, 24 Aug 2024 08:31 AM
share Share

हिमाचल प्रदेश में मानसून के धीमे पड़ने से बारिश का दौर थमा हुआ है। पिछले दो-तीन दिनों में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक आगामी 24 घंटों में मॉनसून के रफ्तार पकड़ने से बारिश का सिलसिला शुरू होगा। 25 से 30 अगस्त तक गरज-चमक के साथ बादलों के बरसने की संभावना जताई गई है। मैदानी और मध्यपर्वतीय इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। 27 और 28 अगस्त को भारी वर्षा के मद्देनजर लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। साथ में हिदायत भी दी गई है कि भूस्खलन संभावित इलाकों की यात्रा करने से बचें और नदी-नालों से दूरी बनाए रखें।

प्रदेश में पिछले दिनों मुसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह हुए भूस्खलन से कई सड़कें अवरुद्ध हो गई थीं। इनका बहाली कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार शनिवार सुबह तक प्रदेश भर में 73 सड़कें भूस्खलन से बंद हैं। शिमला जिला में 35, मंडी में 20, कांगड़ा में नौ, कुल्लू में छह, किन्नौर में दो और ऊना में एक सड़क अवरुद्ध है। बिलासपुर, हमीरपुर, चम्बा, लाहौल स्पीति, सिरमौर और सोलन जिलों में सभी सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए खुली हैं। इसी तरह राज्य के सभी राष्ट्रीय उच्च मार्गों व राज्य उच्च मार्गों पर भी यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। भारी वर्षा से पूरे प्रदेश में 53 ट्रांसफार्मर भी खराब पड़े हैं। इनमें मंडी में 41, कुल्लू में छह, किन्नौर में चार और चम्बा में दो बिजली ट्रांसफार्मर शामिल हैं। इसके अलावा ठप पड़ी सभी पेयजल स्कीमों को भी बहाल कर लिया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे नंगल डैम में सर्वाधिक 34, पालमपुर में 26, ऊना में 17, ओलिंडा में 14, कोटखाई में 11, धर्मशाला में 10, मनाली व रोहड़ू में आठ-आठ और रामपुर में छह मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।

मानसून से 1212 करोड़ का नुकसान

अगस्त महीने में सामान्य से अधिक बरसात होने से सामान्य जनजीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। प्रदेश में मानसून से अब तक 1212 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। लोकनिर्माण विभाग में सबसे ज्यादा 552 करोड़ औऱ जलशक्ति विभाग में 488 करोड़ की क्षति हुई है। मानसून सीजन के पिछले 57 दिनों में बादल फटने, बाढ़ व भूस्खलन की 88 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें 34 लोगों की मौत हुई औऱ 33 लापता हैं। पांच लोग चोटिल हुए हैं। इन घटनाओं में 121 घरों को नुकसान पहुंचा, जिनमें 83 घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। इसके अलावा 17 दुकानें और 23 पशुशालाएँ भी धराशायी हुईं। इन घटनाओं में 149 मवेशी भी मारे गए हैं।

रिपोर्ट : यूके शर्मा

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें