भाजपा राज में हुआ संजौली मस्जिद का अवैध निर्माण, जयराम ठाकुर ने भी दिए 12 लाख; सुक्खू के मंत्री का बड़ा दावा
शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद को लेकर राज्य के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने नया दावा किया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद में अवैध निर्माण कोरोना काल में की गई। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी और नगर निगम में भी भाजपा के मेयर का कब्जा था।
शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद को लेकर राज्य के कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने नया दावा किया है। उन्होंने कहा है कि मस्जिद में अवैध निर्माण कोरोना काल में की गई। उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी और नगर निगम में भी भाजपा के मेयर का कब्जा था। सिंह ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मस्जिद को बनाने के लिए 12 लाख रुपये दिए थे। हालांकि, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सिंह के आरोपों को निराधार करार दिया है।
अनिरुद्ध सिंह ने यह भी दावा किया कि पिछली भाजपा सरकार ने विवादित मस्जिद के लिए लाखों रुपये की एक और बड़ी राशि जारी की है। उस वक्त दो लाख की धनराशि प्लानिंग हेड से भी दी गई। अनिरुद्ध सिंह ने अवैध मस्जिद निर्माण में सरकारी पैसे के इस्तेमाल होने का आरोप लगाते हुए इसकी जांच करने की बात कही।
अनिरुद्ध सिंह ने गुरुवार को शिमला में पत्रकारों से कहा कि संजौली में बीते दिन जो प्रदर्शन हुआ, उसमें भाजपा नेता शामिल थे। सिंह ने कहा कि यह किसी धर्म से संबंधित मामला नहीं था, बल्कि अवैध निर्माण से संबंधित था। इसको लेकर कानून के तहत ही कार्रवाई अमल में लाई जा रही है, लेकिन कुछ लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए संजौली में धरना प्रदर्शन कर माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज मुस्लिम समुदाय द्वारा पूरे देश में एक मिसाल पेश की गई। समुदाय ने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर अवैध निर्माण को सील करने का आग्रह किया है। मुस्लिम पक्ष ने जो अवैध निर्माण किया है, उसे खुद तोड़ने की भी बात कही है। यह एक सरहानीय कदम है। वहीं, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मुस्लिम पक्ष के फैसले का वह सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि शिमला में तहबाजारियों को लेकर कमेटी का गठन किया जा रहा है।
जयराम ठाकुर ने नकारे आरोप
पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के उन पर लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है। पूर्व सीएम ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस के मंत्री सरासर झूठ बोलकर अपनी नाकामी का ठीकरा हमारे सिर फोड़ना चाहते हैं। दिल्ली आलाकमान की नाराजगी से वह डर गए हैं और अपना बयान बदल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा में दिए गए बयान के बाद अनिरुद्ध सिंह पर कांग्रेस आलाकमान का भारी दबाव है। उन्हें मंत्री पद से हटाने के लिए मुख्यमंत्री को स्पष्ट निर्देश आलाकमान द्वारा दिए गए हैं। सुक्खू सरकार उनसे आधारहीन बयान दिलवाकर डैमेज कंट्रोल करवाना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी नाकामी छुपाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है। मुख्यमंत्री, सरकार के मंत्री और कांग्रेस पार्टी सभी संजौली मस्जिद प्रकरण में पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं।
रिपोर्ट : यूके शर्मा
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