हरियाणा कांग्रेस में बड़ी हलचल, चिंतन शिविर ने बढ़ाई आलाकमान की चिंता; बैठक से गायब रहे कई दिग्गज
महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर लोगों तक पहुंचने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए हरियाणा कांग्रेस द्वारा 'चिंतन शिविर' का आह्वान किया गया था।
हरियाणा में कांग्रेस पार्टी 2024 के विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल करने की रोडमैप तैयार करने में जुटी है। इसके लिए पंचकुला चिंतन शिविर आयोजित की गई है। हालांकि, इस शिविर ने कांग्रेस आलाकमान की चिंता बढ़ा दी है। पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी की इस महत्वपूर्ण और बड़ी बैठक से गैरहाजिर रहे।
आपको बता दें कि महंगाई, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर लोगों तक पहुंचने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए हरियाणा कांग्रेस द्वारा 'चिंतन शिविर' का आह्वान किया गया था। हालांकि, इस बैठक में कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला, किरण चौधरी सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल नहीं हुए। हालांकि, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने यह कहकर उनकी अनुपस्थिति को उचित ठहराया कि वे जनसभाओं में व्यस्त थे।
भान ने कहा, "किरण चौधरी और श्रुति चौधरी भिवानी में अपने निर्वाचन क्षेत्र में कुछ कार्यक्रमों के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।" उन्होंने कहा कि रणदीप सूर्यवाला देश से बाहर थे। वहीं, भूपिंदर सिंह हुड्डा गुट के नेताओं के पास इस बात का कोई ठोस जवाब नहीं था कि ये नेता अनुपस्थित क्यों हैं। शिवर में भूपिंदर सिंह हुड्डा गुट के करीबी नेताओं का दबदबा था।
यह पूछे जाने पर कि क्या कुछ मुद्दों पर आलाकमान से नाराज नेताओं को वापस लाने के प्रयास किए जाएंगे। पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं गीता भुक्कल और राव दान सिंह ने कहा कि "प्रयास पहले से ही जारी थे"। गीता भुक्कल ने कहा, "पार्टी स्तर पर सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है। अगर कुलदीप बिश्नोई कुछ कहना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।"
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पार्टी में गुटबाजी से इनकार किया। हुड्डा ने कहा, "जो लोग शिविर में शामिल नहीं हो सके, वे व्यस्त थे। क्या आप उन भाजपा नेताओं से पूछते हैं जो उनकी बैठकों में शामिल हुए थे और वे कौन थे। यह नेताओं पर निर्भर करता है कि वे इसमें शामिल हों या नहीं।''
बीजेपी में शामिल होंगे कुलदीप बिश्नोई
असंतुष्ट कांग्रेस नेता और आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई ने घोषणा की है कि वह बुधवार को औपचारिक रूप से विधानसभा की सदस्यता छोड़ देंगे। उनके गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल होने की संभावना है। कुलदीप बिश्नोई पार्टी आलाकमान से नाराज थे क्योंकि उन्हें हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) के प्रमुख पद से वंचित कर दिया गया था। राहुल गांधी भी उनसे नहीं मिले, जिसने आग में घी का काम किया।
कुलदीप बिश्नोई ने 10 जुलाई को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। कुलदीप बिश्नोई के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह आदमपुर से अपने बेटे भव्य बिश्नोई के लिए भाजपा का टिकट और हिसार से लोकसभा का टिकट पाने के इच्छुक हैं।
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