वडोदरा रेप मामले के 2 आरोपियों को किराए पर दिए मकानों पर बुलडोजर ऐक्शन का खतरा, नोटिस जारी
वडोदरा रेप कांड के पांच आरोपियों में से दो प्रमुख आरोपियों को किराए पर दिए गए मकानों पर बुलडोजर ऐक्शन का खतरा मंडराने लगा है। नगर निकाय का कहना है कि ये मकान अवैध रूप से बनाए गए थे।
वडोदरा में 16 साल की नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो प्रमुख आरोपियों को किराए पर दिए गए मकान पर बुलडोजर ऐक्शन का खतरा मंडराने लगा है। नगर निगम ने बुधवार को कहा कि ये मकान अवैध रूप से बनाए गए थे। नगर निगम ने अब उनके मालिकों को नोटिस जारी किए हैं। मकान मालिक को सबूतों के साथ जवाब देने के लिए 3 दिन की मोहलत दी गई है।
बता दें कि मामले में तीन मुख्य आरोपियों (मुन्ना वंजारा, मुमताज वंजारा और शाहरुख वंजारा) को सात अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। वहीं दो अन्य आरोपी (अजमल सत्तार और सैफ अली) को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। मंगलवार को एक स्थानीय अदालत ने सभी को 10 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था।
पता चला कि आरोपी मजदूर के रूप में काम करते हैं। ये मूल रूप से यूपी के रहने वाले हैं। ये दस साल से अधिक समय पहले गुजरात में आकर बस गए थे। वडोदरा नगर निगम (वीएमसी) के डिप्टी टाउन डेवलपमेंट ऑफिसर (टीडीओ) दिनेश देवमुरारी ने कहा कि इनमें से मुन्ना वंजारा और मुमताज वंजारा शहर के एकता नगर इलाके में रहते हैं।
दिनेश देवमुरारी ने कहा कि जांच में पाया गया है कि जिन मकानों में ये दोनों आरोपी रह रहे हैं, वे पूरी तरह से अवैध हैं। इन मकानों को उनके मालिकों ने प्राधिकारियों की अनुमति के बिना बनाया था। हमने मंगलवार को उनके मकानों पर कारण बताओ नोटिस चिपकाया है। इन मकान मालिकों को जरूरी सबूतों के साथ स्पष्टीकरण देने के लिए तीन दिन की मोहलत दी गई है।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को अपने मकान किराए पर देने वाले दो मकान मालिकों की ओर से दिए गए जवाबों का अध्ययन करने के बाद इनको गिराए जाने यानी बुलडोजर के जरिए ध्वस्तीकरण पर निर्णय लिया जाएगा। कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि मकान बिना अनुमति के बनाया गया है। इस तरह के अवैध निर्माण को नगर निगम की ओर से नियमित नहीं किया जा सकता है।
नोटिस में कहा गया है कि अवैध निर्माण को क्यों नहीं ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए? मकान मालिकों को तीन दिनों के भीतर व्यक्तिगत रूप से या अपने प्रतिनिधि के जरिए कारणों को स्पष्ट करते हुए जवाब देना होगा। यदि वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया जाएगा। यही नहीं मकानों को ध्वस्त करने खर्च भी उनसे ही वसूला जाएगा।
बता दें कि बीते शुक्रवार को तीन मुख्य आरोपियों ने नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस के अनुसार, दो मोटरसाइकिलों पर पांच आरोपी लड़की और उसके मित्र के पास पहुंचे थे। आरोपियों में से दो अजमल सत्तार और सैफ अली मौके से चले गए, जबकि अन्य तीन ने लड़की का दुष्कर्म किया और उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया था।
इस घटना को लेकर राज्य में बड़े पैमाने पर हंगामा देखा गया था। खासकर नवरात्रि के लिए रात के दौरान बाहर जाने वाले लोगों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठे थे। बताया जाता है कि आरोपियों ने लड़की के फ्रेंड को शहर के बाहरी इलाके में एक सुनसान इलाके में रोक लिया था। यह घटना ऐसे वक्त में हुई थी जब बड़ी संख्या में लोग 'गरबा' आयोजनों में भाग लेने के लिए घर से निकलते हैं।
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