135 मौतों के मुख्य आरोपी का हुआ सम्मान, लड्डुओं से तौला; पीड़ित बोले- कभी नहीं भूलेंगे
- पुल हादसे मेंं बेटी को खोने वाले नरेंद्र परमार ने कहा, 'मोरबी में उनके प्रवेश पर रोक थी, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए अदालत से अनुमति ली। यह घटना और बच्चे को खोना ऐसी चीज नहीं है जिसे कोई भूल सकता है।'
गुजरात के मोरबी में दो साल पहले हुए ‘सस्पेंशन’ पुल हादसा मामले के मुख्य आरोपी उद्योगपति जयसुख पटेल को पाटीदार समुदाय ने हाल ही में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया और उन्हें लड्डुओं से तौला। जिसके बाद से इस बात को लेकर समाज की जमकर किरकिरी हो रही है और उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। साल 2022 में हुए मोरबी पुल हादसे में 135 लोगों की मौत हो गई थी। ऐसे में हादसे के मुख्य आरोपी का इस तरह सम्मान होने से लोग नाराजगी जता रहे हैं।
उधर पीड़ितों के परिजनों ने भी इस कार्यक्रम को लेकर दुख जताया है, उनका कहना है कि वे इस घटना को कभी नहीं भूलेंगे। जबकि आयोजकों का कहना है कि जमानत पर जेल से बाहर आए जयसुख पटेल को अजंता समूह की स्थापना करने वाले उद्योगपति ओआर पटेल के बेटे के तौर पर सम्मानित किया गया था।
पाटीदार परिवारों में बांटे तौल बराबर लड्डू
यह सम्मान समारोह शुक्रवार को उमा संस्कारधाम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर मोरबी शहर के बाहरी इलाके में हुआ। जिसका आयोजन कडवा पाटीदार कन्या केलवानी मंडल द्वारा किया गया था। इस दौरान पटेल को तराजू पर मोदक (लड्डू) के साथ तौला गया। आयोजकों ने बताया कि मोदक को 60,000 डिब्बों में पैक करके पाटीदार परिवारों में बांटा जाएगा।
इस आयोजन को लेकर हादसे के पीड़ितों और उनके परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले संघ के सदस्य नरेन्द्र परमार ने कहा, ‘मोरबी सस्पेंशन ब्रिज ढहने के मामले में मुख्य आरोपी को इस तरह सम्मानित होते देखना हमारे लिए दुख की बात है।’
अदालत से विशेष अनुमति लेकर मोरबी आए
बता दें कि एक अदालत ने हाल ही में मोरबी जिले में पटेल के प्रवेश पर प्रतिबंध से जुड़ी जमानत की शर्त में ढील दी थी, जिससे उनके लिए कार्यक्रम में शामिल होना संभव हो गया। यूं तो पटेल के मोरबी में प्रवेश लेने पर अदालत ने रोक लगा रखी है, लेकिन समारोह के लिए उन्होंने कोर्ट से तीन दिन की विशेष अनुमति ली थी।
आयोजक बोले- उनके पिता के लिए सम्मान किया
कार्यक्रम आयोजित करने वाले संगठन के एक सदस्य एके पटेल ने कहा कि उन्होंने जयसुख पटेल को 'दीवार घड़ियों का जनक' उनके पिता दिवंगत ओआर पटेल को श्रद्धांजलि देने के लिए सम्मानित किया, जिन्होंने अजंता समूह की स्थापना की थी। उन्होंने कहा, 'हमने जयसुख पटेल और उनके भाइयों को उनके पिता ओ.आर. पटेल की समाज के प्रति सेवा के लिए श्रद्धांजलि के रूप में इस कार्यक्रम में सम्मानित करने का फैसला किया था।'
ब्रिज टूटने से हुई थी 135 लोगों की मौत
पटेल की कंपनी ओरेवा ग्रुप मोरबी शहर में मच्छू नदी पर ब्रिटिश काल में बने उस सस्पेंशन ब्रिज का संचालन और रखरखाव करती थी, जो 30 अक्टूबर, 2022 को ढह गया था। इस घटना में महिलाओं और बच्चों समेत 135 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 56 अन्य घायल हो गए थे।
बेटी को खोने वाले बोले- कभी नहीं भूलेंगे
पुल हादसे मेंं 10 साल की बेटी को खोने वाले नरेंद्र परमार ने कहा, 'मुझे पटेल के सम्मान समारोह के बारे में एक समाचार के माध्यम से पता चला और काफी दुख हुआ। मोरबी में उनके प्रवेश करने पर रोक लगी थी, लेकिन उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए अदालत से अनुमति ली। यह घटना और एक बच्चे को खोना ऐसी चीज नहीं है जिसे कोई अपने जीवनकाल में भूल सकता है।'
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