गुजरात: कच्छ में फैला रहस्यमयी बुखार, 15 लोगों की मौत; जायजा लेने पहुंचे दो कैबिनेट मंत्री
गुजरात के कच्छ में रहस्यमयी वायरल बुखार फैला हुआ है। राज्य के कैबिनेट मंत्री ऋषिकेश पटेल और प्रफुल पनशेरिया ने स्थिति का आकलन करने के लिए क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर अमित अरोड़ा को बताया की क्या कदम उठाने चाहिए।
गुजरात के कच्छ जिले के कच्छ जिले के लखपत तालुका में इन दिनों संदिग्ध वायरल बुखार फैला हुआ है। जिससे 15 लोगों की मौत हो गई है। इसी बीच राज्य के कैबिनेट मंत्री ऋषिकेश पटेल और प्रफुल पनशेरिया ने स्थिति का आकलन करने के लिए क्षेत्र का दौरा किया। कच्छ के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने बैठक की डिटेल्स शेयर कीं। उन्होंने कहा, 'मंत्रियों ने लखपत गांव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि एहतियात के तौर पर क्या कदम उठाए जाने चाहिए... उन्होंने अहमदाबाद के वायरल विशेषज्ञों के साथ भी विस्तृत चर्चा की... हम एनआईबी पुणे से रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे कुछ कह पाएंगे।'
मंत्री प्रफुल पनशेरिया ने कहा कि राज्य सरकार युद्ध स्तर पर जरूरी उपाय कर रही है और बुखार से पीड़ितों के सैंपल इकट्ठा करके एनआईबी पुणे भेजे गए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'लखपत और अब्दासा तालुका में संदिग्ध वायरल बुखार के मामलों के संबंध में। स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कच्छ जिले के कलेक्टर से मौजूदा स्थिति पर प्रारंभिक जानकारी प्राप्त की, प्रशासन को बीमारी की रोकथाम के उपायों के बारे में जरूरी मार्गदर्शन दिया।'
मंत्री ने आगे कहा, 'कच्छ जिले में संदिग्ध बुखार के मामले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जी के ध्यान में लाए गए हैं। सिस्टम ने युद्ध स्तर पर काम करने के लिए जरूरी उपाय किए हैं। जिन क्षेत्रों में संदिग्ध बुखार के केस आए हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सैंपल लेकर दवाओं का छिड़काव किया है।' इससे पहले कच्छ कलेक्टर अमित अरोड़ा ने लखपत और अब्दासा तहसीलों में बुखार के संदिग्ध मामलों पर अपडेट दिया। उन्होंने कहा, 'लखपत और अब्दासा में 22 से ज्यादा हेल्थ टीम स्क्रीनिंग कर रही हैं। जो मौतें हुई हैं, उनमें किसी तरह का कोई क्लस्टरिंग नहीं है। इसलिए प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि यह कोई संक्रामक बीमारी नहीं है। लेकिन जो मामले आए हैं, उनमें पूरी सतर्कता के साथ हर संभव एहतियात बरती जा रही है।'
कलेक्टर ने बताया की लखपत और अब्दासा में चार अतिरिक्त डॉक्टर रखे गए हैं जो स्क्रीनिंग और ओपीडी का काम संभाल रहे हैं। कुल 26 सैंपल लिए गए, जिनमें से 11 की जांच की गई और सभी में स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई। भेंकरा गांव में एक मामले में डेंगू और दो मामलों में मलेरिया की पुष्टि हुई है। बता दें कि गुजरात के लखपत और अब्दासा तालुका में चार दिनों के भीतर छह बच्चों समेत 15 लोगों की संदिग्ध वायरल बुखार और निमोनिया के कारण मौत हो गई है।
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