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गुजरात में सीनियर्स की जानलेवा रैगिंग; 3 घंटे तक खड़ा कराने के बाद MBBS छात्र की मौत

गुजरात के पाटन जिले के एक मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर सीनियर्स द्वारा रैगिंग के दौरान तीन घंटे तक खड़ा कराए जाने के कारण एक 18 वर्षीय एमबीबीएस छात्र की मौत हो गई।

Krishna Bihari Singh पीटीआई, पाटनSun, 17 Nov 2024 05:18 PM
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गुजरात के पाटन जिले के धारपुर में जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज के 18 वर्षीय एमबीबीएस छात्र की उसके सीनियर्स की रैगिंग के दौरान कथित तौर पर तीन घंटे तक खड़ा रहने के बाद मौत हो गई। कॉलेज ने भी इस घटना की जांच शुरू कर दी है। एमबीबीएस पहले वर्ष का छात्र लंबे समय तक खड़े रहने के बाद बेहोश हो गया था। कॉलेज के डीन डॉ. हार्दिक शाह ने रविवार को घटना की जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि पीड़ित अनिल मेथानिया शनिवार रात पाटन के धारपुर में जीएमईआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक छात्रावास में अपने सीनियर्स की रैगिंग के दौरान कथित तौर पर तीन घंटे तक खड़े रहने के बाद बेहोश हो गया। बेहोश होने के बाद छात्र को आनन फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे होश में लाने की कोशिशें विफल रहीं। अंत में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

छात्र के साथियों ने बताया कि मेथानिया की मौत कॉलेज के हॉस्टल में तीन घंटे तक खड़ा रहने और सीनियर्स के सामने अपना परिचय देने के बाद हुई। कॉलेज की रैगिंग विरोधी समिति ने मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉलेज के अधिकारियों का कहना है कि यदि वरिष्ठ छात्र रैगिंग के लिए जिम्मेदार पाए गए तो उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

बलिसाना पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि छात्र की डेडबॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया है। कॉलेज में प्रथम वर्ष के मेडिकल छात्र ने बताया कि सात-आठ वरिष्ठ छात्रों ने जूनियर छात्रों के एक समूह को करीब तीन घंटे तक खड़े रहने के लिए मजबूर किया। इन जूनियर छात्रों से एक-एक करके अपना परिचय देने के लिए कहा गया था।

छात्र ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि हमें खड़े रहने के लिए मजबूर किया गया। अंत में हमारे साथ खड़ा एक छात्र बेहोश हो गया। हम उसे अस्पताल ले गए, जहां उसकी मौत हो गई। पीड़ित अनिल मेथानिया के एक चचेरे भाई धर्मेंद्र मेथानिया ने संवाददाताओं से कहा कि परिवार को कॉलेज और सरकार से न्याय मिलने की उम्मीद है।

धर्मेंद्र मेथानिया ने कहा कि मुझे मेरे चाचा का फोन आया कि मेरा चचेरा भाई बेहोश होने के बाद अस्पताल में भर्ती है। जब मैं यहां पहुंचा तो पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। हम मौत की सही वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हमें पता चला है कि तीसरे साल के कुछ छात्रों ने रैगिंग ली और उसे दो-तीन घंटे तक खड़ा रखा। इसकी वजह से उसे चक्कर आया और वह गिरा फिर बेहोश हो गया।

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