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WhatsApp और गूगल ड्राइव पर इस देश ने लगाया बैन, इंटरनेट सेफ्टी पर था बड़ा खतरा

हॉन्ग कॉन्ग ने वॉट्सऐप, गूगल ड्राइव और वीचैट को सरकारी कर्मचारियों के लिए बैन कर दिया है। अब सरकारी कर्मचारी ऑफिस टाइम के बीच इन सर्विस को यूज नहीं कर सकेंगे। इन सर्विसेज पर हैकिंग के खतरे को देखते हुए बैन लगाया गया है।

Kumar Prashant Singh लाइव हिन्दुस्तानWed, 23 Oct 2024 06:36 PM
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हॉन्ग कॉन्ग ने वॉट्सऐप, गूगल ड्राइव और वीचैट को सरकारी कर्मचारियों के लिए बैन कर दिया है। अब सरकारी कर्मचारी ऑफिस टाइम के बीच इन सर्विस को यूज नहीं कर सकेंगे। इनोवेशन, टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री के सेक्रेटरी सन डॉन्ग ने 22 अक्टूबर को एक रेडियो प्रोग्राम में कहा कि हैकिंग के खतरे को देखते हुए वॉट्सऐप, गूगल ड्राइव और वीचैट को सिविल सर्वेंट्स के लिए बैन किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी खतरे के चलते यूएस और चीन में भी इंटरनल कंप्यूटर सिस्टम की सेफ्टी के लिए ऐसे ही पाबंदियां लगाई गई हैं।

इंटरनेट सेफ्टी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं ये सर्विस
डॉन्ग ने रेडियो प्रोग्राम में कहा, 'सरकारी ऑफिस में यूज हो रहे डेस्कटॉप में वॉट्सऐप और वीचैट को यूज नहीं किया जा सकता क्योंकि ये सर्विस इंटरनेट सेफ्टी के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं। पिछले साल हमें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा था और अब हैकिंग अधिक खतरनाक हो गई है।' डॉन्ग ने माना कि नई पॉलिसी से सरकारी कर्मचारियों को असुविधा होगी, लेकिन साइबर सिक्योरिटी के लिए यह फैसला बेहद जरूरी था।

कर्मचारियों ने कहा कि काम पर पड़ेगा असर
बैन के बारे में सरकारी कर्मचारियों का कहना है कि इससे उनके काम पर असर पड़ेगा क्योंकि वॉट्सऐप सहकर्मियों और सरकार के बाहर काम कर रहे लोगों से बातचीत का एक जरूरी माध्यम है। कुछ सरकारी अधिकारियों ने बताया कि ऑफिस में मौजूद ज्यादातर लैपटॉप में इंटरनेट कनेक्टिविटी है, लेकिन इनमें वॉट्सऐप, जीमेल और गूगल ड्राइव को ऐक्सेस नहीं किया जा सकता।

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इंटरनल मॉनिटरिंग सिस्टम की कमी
हॉन्ग कॉन्ग की एक साइबर सिक्योरिटी फर्म वीएक्स रिसर्च लिमिटेड के डायरेक्टर एंथनी लाइ ने कहा कि कुछ सरकारी स्टाफ साइबर सिक्योरिटी को लेकर जागरूक नहीं है। साथ ही इंटरनल मॉनिटरिंग सिस्टम की कमी के चलते सरकार का यह फैसला बिल्कुल सही है। बताते चलें कि इस साल की शुरुआत में हॉन्ग कॉन्ग के कई सरकारी विभाग का डेटा लीक हुआ था और इसमें हजारों लोगों के पर्सनल इन्फर्मेशन को चोरी किया गया था।

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