iPhone ग्राहकों को झटका, Apple ने स्टैंडर्ड वारंटी में किया बदलाव, अब इस काम के भी लगेंगे पैसे
Apple ने अपनी स्टैंडर्ड वारंटी में बदलाव कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आपके iPhone या Apple Watch डिस्प्ले पर एक हेयरलाइन क्रैक अब कंपनी की स्टैंडर्ड वारंटी के अंतर्गत नहीं आएगा।
अगर आपके पास iPhone है तो आपके लिए बुरी खबर है। Apple ने अपनी स्टैंडर्ड वारंटी में बदलाव कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, आपके iPhone या Apple Watch डिस्प्ले पर एक हेयरलाइन क्रैक अब कंपनी की स्टैंडर्ड वारंटी के अंतर्गत नहीं आएगा। Apple की स्टैंडर्ड वारंटी कभी भी डिवाइस की बॉडी पर स्क्रैच, डेंट और पोर्ट पर टूटे प्लास्टिक जैसे नुकसान को कवर नहीं करती है, जब तक कि वे मैन्युफैक्चरिंग या डिफेक्टेड मटेरियल के कारण न हों। हालांकि, वारंटी सिंगल हेयरलाइन क्रैक्स को कवर करती थी, जो स्पाइडरवेब जैसा न हो या जिसका कोई इम्पैक्ट पॉइट न हो। लेकिन अब इस पर भी वारंटी नहीं मिलेगी।
हेयरलाइन क्रैक्स को अब एक्सीडेंटल डैमेज माना जाएगा
9टू5मैक की एक रिपोर्ट (जिसमें अज्ञात सूत्रों का हवाला दिया गया है) के अनुसार, ऐप्पल अपने ऐप्पल स्टोर्स और ऐप्पल अथॉराइज्ड सर्विस प्रोवाइडर्स को निर्देश दे रहा है कि वे सभी हेयरलाइन क्रैक्स को एक्सीडेंटल डैमेज के रूप में मानें, जिसका मतलब यह है कि ग्राहकों को इसे रिपेयर कराने के लिए भुगतान करना होगा। वर्तमान में, यह पॉलिसी Apple Watches और iPhones को प्रभावित करती है, जबकि iPads और Macs पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। हालांकि, ऐप्पल ने अभी तक आधिकारिक तौर पर इस रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की है।
इतना आता है आईफोन की स्क्रीन रिपेयर कराने का खर्च
वारंटी के बाहर, iPhone स्क्रीन को रिपेयर कराने की कीमत iPhone SE और पुराने मॉडल के लिए 13,200 रुपये से लेकर iPhone 15 Pro Max के लिए 37,900 रुपये तक है। AppleCare+ के साथ, यह कीमत सभी मॉडलों के लिए 2,500 रुपये तक कम हो जाती है।
ऐप्पल ने हाल ही में रिपेयर के संबंध में कुछ सकारात्मक बदलाव किए हैं, जिसका श्रेय राइट टू रिपेयर के प्रयासों को जाता है। 2022 में, इसने एक सेल्फ-सर्विस रिपेयर प्रोग्राम पेश किया जो यूजर्स को iPhone बैटरी, स्क्रीन और कैमरे को खुद से ठीक करने में सक्षम बनाता है।
इसके अलावा, इसने लेटेस्ट iPhone 15 Pro के बैक ग्लास की रिपेयरिंग कॉस्ट को भी सीमित कर दिया है, जो पिछली लागत से काफी कम है। अप्रैल में, कंपनी ने यह भी घोषणा की कि वह लोगों को "चुनिंदा" iPhone मॉडल पर यूज्ड जेन्युइन पार्ट्स के साथ आईफोन को रिपेयर करने की सुविधा देगी।
कम से कम पांच साल मिलेगा सपोर्ट
इस बीच, ऐप्पल ने हाल ही में यूके के प्रोडक्ट सिक्योरिटी और टेलीकम्युनिकेन इंफ्रास्ट्रक्चर (PSTI) रेगुलेशन का अनुपालन करने के लिए अपनी वेबसाइट पर एक नया डक्यूमेंट पब्लिश किया है। डॉक्यूमेंट के अनुसार, ऐप्पल लेटेस्ट iPhone 15 Pro Max के लिए कम से कम पांच सालों के लिए सिक्योरिटी अपडेट प्रदान करेगा।
दरअसल, यूके में नए नियमों के जवाब में, ऐप्पल ने आखिरकार अपने iPhones के लिए मिनिमम सॉफ्टवेयर सपोर्ट विंडो तय कर दी है। अपने लंबे समय तक चलने वाले सॉफ्टवेयर अपडेट के लिए मशहूर ऐप्पल ने घोषणा की है कि iPhone 15 सीरीज को कम से कम पांच साल का सपोर्ट मिलेगा। इसमें फ्लैगशिप iPhone 15 Pro Max भी शामिल है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि यूजर्स को पांच साल तक रेगुलर अपडेट और सिक्योरिटी पैच मिलते रहेंगे। हालांकि ऐप्पल के कॉम्पीटिटर Samsung और Google अभी भी इस काम में ऐप्पल से आगे हैं, क्योंकि स्मार्टफोन कंपनियां Pixel और Galaxy S24 Ultra सहित अपनी फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज पर 7 साल तक का मिनिमम सॉफ्टवेयर सपोर्ट देती हैं।
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